शब्बीर अहमद, भोपाल। यूपी के लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर किसान संगठनों ने प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है। किसान नेता शिवकुमार शर्मा का ने कहा कि मध्यप्रदेश के गांव-गांव, शहर-शहर में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला दहन होगा। 5 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक पुतला दहन के माध्यम से हम लोग विरोध करेंगे।
किसान नेता ने कहा कि पूरे देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है। हमारे आंदोलन को पहले दिन से ही खालिस्तानी बताए जाने की साजिश चल रही है। गृह राज्य मंत्री के कार्यक्रम में काले झंडे दिखाना हमारा विरोध है। जहां पर घटना हुई है वहां पर इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गई है जिससे हमको जानकारी नहीं मिल पा रही है।
शिवकुमार शर्मा ने कहा कि हमला हमारे ऊपर कैसा भी हो लेकिन हाथ हमारा नहीं उठेगा। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री इस बात को झूठ बोल रहा है कि मेरा बेटा वहां नहीं था। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों को कार से कुचला है यह निंदनीय है।
विपक्ष को घटनास्थल तक नहीं पहुंचने किया जा रहा है। यह घोषित आपातकाल है सरकार गुंडागर्दी कर रही है। एक लोकतंत्र में चुने हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की भाषा अमर्यादित है कि मैं 2 मिनट में ठीक कर दूंगा।
आपको बता दें रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तय कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे। उन्हें रिसीव करने के लिए केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि आशीष मिश्रा ने अपनी गाड़ी विरोध कर रहे किसानों पर चढ़ा दी। जिससे 4 किसानों की मौत हौ गई। आरोप यह भी है कि आशीष मिश्रा के लोगों ने किसानों पर गोलियां भी चलाई।
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