Bihar Elections News: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट को लेकर बड़ा बदलाव होने जा रहा है. चुनाव आयोग साफ, सटीक और भरोसेमंद मतदाता सूची तैयार करने जा रहा है. आखिरी बार ये गहन पुनरीक्षण 2003 में हुआ था. इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए खुद बूथ स्तरीय अधिकारी घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे.
चुनाव आयोग ने बिहार में विधानसभा चुनाव पहले मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा की है. आयोग का ये कदम राज्य के मतदाता सूचि की त्रुटिरहित बनाना है. आपात्र नाम को हटाना है और सभी पात्र नागरिकों नाम शामिल करने की दिशा में उठाया गया है.
बिहार में इस तरह का अंतिम गहन पुनरीक्षण वर्ष 2003 में किया गया था. पिछले दिनों जारी हुए चुनाव आयोग के कैलेंडर के अनुसार मतदाता सूची में नाम जोड़ने हटाने और संशोधित किए जाने के आवेदन लेने काम बुधवार 25 जून से शुरू कर दिया गया है. यह कार्य लगभग 1 महीने तक चलेगा. 26 जुलाई तक बूथ लेवल अधिकारी बीएलओ वोटर लिस्ट संशोधित करेंगे. इन आवेदनों के आधार पर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से 1 अगस्त को मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जाएगा.
वहीं एक महीने यानी 1 सितंबर 2025 तक इस पर दवा आपत्तियां मांगी जाएंगी. अगर किसी को संशोधित मतदाता सूची में दी गई जानकारी पर आपत्ति है तो उसमें सुधार के लिए आवेदन कर सकेंगे. यह काम भी महीने भर तक चलेगा. आखिर में दावा आपत्तियों का निपटारा करने के बाद 30 सितंबर को फाइनल वोटर लिस्ट प्रकाशित कर दी.
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