लखनऊ. राजधानी लखनऊ में अब इंटिग्रेट इमरजेंसी केयर नेटवर्क होगा, जिसमें सभी चिकित्सा सुविधाएं शामिल होंगी. जब यह नेटवर्क चालू हो जाएगा, तो लखनऊ में इमरजेंसी ट्रीटमेंट वाले मरीजों को चिकित्सा सुविधा के लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी. यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उन्होंने सभी प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के प्रमुखों को ट्रॉमा और इमरजेंसी मरीजों के लिए एक प्रणाली विकसित करने के आदेश दिए हैं, ताकि मरीजों का अस्पताल में समय बर्बाद न हो.

उन्होंने आगे कहा, “अलग-अलग अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता होगी, सिस्टम इंटिग्रेट कोविड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) की तर्ज पर कार्य करेगा. दरअसल, आईसीसीसी ने शहर में कोविड लहर के दौरान कई कार्य किए थे. कोविड मरीजों के लिए सभी अस्पताल के बिस्तरों की व्यवस्था आईसीसीसी ने की थी. अब आईसीसीसी के काम से प्रेरणा लेकर स्वास्थ्य निदेशालय और चिकित्सा अधिकारी, जिला प्रशासन के इस कदम में साथ देंगे.” ब्रजेश पाठक ने आश्वासन दिया कि आने वाले महीनों में, स्वास्थ्य सेवाओं में स्पष्ट सुधार होगा और स्वास्थ्य क्षेत्र को और अधिक अनुकूल बनाने के प्रयास किए जाएंगे.

पाठक जमीनी स्तर पर स्थिति का फीडबैक लेने के लिए मरीज बनकर कई अस्पतालों का निरिक्षण कर रहे हैं. उन्होंने मरीजों के लिए ढिलाई और सुविधाओं के अभाव के लिए चिकित्सा अधिकारियों को फटकार लगाई.