शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने बड़ा फैसला लिया है. सरकारी स्कूलों के साथ सरकारी मान्यता प्राप्त सभी अशासकीय और अनुदान प्राप्त स्कूलों में 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर होंगी. एमपी में 5वीं में 15 लाख स्टूडेंट और 8वीं में 14 लाख स्टूडेंट हैं.
शिक्षा मंत्री ने बोर्ड पैटर्न का किया ऐलान
आज शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने यह एलान किया है. एमपी में 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं सरकारी के साथ ही निजी स्कूलों में भी बोर्ड पैटर्न पर होगी. 15 साल बाद दोबारा 5वीं और 8वीं में बोर्ड परीक्षा होगी. शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि पारदर्शिता पूर्ण ट्रांसफर नीति तैयार की है. अब शिक्षकों को तबादलों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा.
स्व सहायता समूह को ठहराया यूनिफॉर्म नहीं बांटने का जिम्मेदार
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने यूनिफॉर्म नहीं बांटने का जिम्मेदार स्व सहायता समूह को ठहराया है. स्व सहायता समूह की वजह से बच्चों को स्कूल यूनिफॉर्म नहीं मिली है. शासकीय स्कूल में बच्चों को अभी तक यूनिफॉर्म नहीं बटने पर मंत्री ने कहा कि स्व सहायता समूह की गलती से अभी तक सरकारी स्कूल में छात्रों को ड्रेस नहीं मिली. शैक्षणिक सत्र के शुरुआत में शासकीय स्कूल में विद्यार्थियों को नई यूनिफॉर्म दी जाती है. पिछले महीने बच्चों को स्कूल यूनिफॉर्म मिल जानी थी.
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