सुशील सलाम,कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कलेक्टर केएल चौहान ने 19 जुलाई को आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सेवाओं में प्रतिबंध लगाने का विचार किया था, लेकिन अब कलेक्टर ने जिले में लॉकडाउन नहीं लगाने का निर्णय लिया है. जैसे पहले चल रहा था, वैसै ही लोगों को सतर्कता बरतनी होगी. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखना होगा. लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई होगी.

लॉकडाउन नहीं लगाने की पुष्टि करते हुए कलेक्टर केएल चौहान ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि जिले में कोरोना की स्थिति सामान्य है, इसलिए लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना अनिवार्य किया गया. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती गई, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

कलेक्टर केएल चौहान

दरअसल कांकेर में कोरोना वायरस के अधिकांश मामले बीएसएफ के कैंपों में मिले है. इसके अलावा जो अन्य मामले भी सामने आए है, वो भी दूर-दराज इलाकों में पाए गए हैं. जिसको ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने लॉकडाउन नहीं घोषित करने का फैसला किया है.

छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन का फैसला कलेक्टरों पर छोड़ा था. साथ ही 3 दिन पहले सूचना देने को भी कहा गया था, जिसको ध्यान में रखते हुए आदेश तो जारी कर दी गई, लेकिन अब सभी चीजों का अवलोकन करने के बाद लॉकडाउन नहीं करने का निर्णय लिया गया है.

बता दें कि कांकेर जिले में अब तक 144 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं. जिसमें से 87 सुरक्षाबल के जवान हैं, जबकि इसके अलावा वर्तमान में प्रवासी मजदूर ही पॉजिटिव मिले हैं. शहर में कोई भी मामला नहीं है, जिसको देखते हुए लॉकडाउन नहीं करने का फैसला किया गया है. जिले में वर्तमान में 57 एक्टिव केस हैं, जबकि 87 लोग ठीक होकर वापस लौट चुके हैं.