सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को लक्ष्मी माता का रूप माना है. ऐसी मान्यता है कि तुलसी के पौधे में सुबह शाम जल अर्पित करने से घर में सुख-शांति आती है. इसके साथ ही तुलसी के पौधे में दिया जलाने का बहुत ही अधिक महत्व होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति अपने घर में तुलसी का पौधा लगाकर विधि-विधान से पूजा-पाठ करते हैं, उन्हें माता लक्ष्मी की आशीर्वाद प्राप्त होती है. इसके साथ ही घर का माहौल भी सकारात्मक ऊर्जा से खिल उठता है. इतना ही नहीं, घर में रहने वाले लोगों की आर्थिक उन्नति भी जमकर होती है. उसी तरह तुलसी की माला पहनने के लिए शास्त्रों में खास नियम बताए गए हैं. आइए जानते हैं कि तुलसी की माला पहनने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. Read More – भूलकर भी पर्स में न रखें ये चीजें, वरना हमेशा बनी रहेगी आर्थिक तंगी …
तुलसी माला धारण करने के नियम
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी की माला धारण करने वाले व्यक्ति को सात्विक भोजन करना चाहिए.
- जो व्यक्ति तुलसी की माला धारण करते हैं, वे मांस मदिरा को हाथ नहीं लगाते हैं.
- तुलसी का माला धारण करने के बाद लहसुन प्याज का भी सेवन नहीं करना चाहिए.
- ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति एक बार तुलसी की माला धारण करता है, उसे बार-बार नहीं उतारना चाहिए.
- अगर आप तुलसी की माला को गले से उतारते हैं, तो उसे पहनने से पहले गंगाजल से धो लेना चाहिए और सुख जाने के बाद धारण करना चाहिए.
- तुलसी माला धारण करते समय शुद्धता का खास ध्यान रखना चाहिए.
- ऐसी मान्यता है कि तुलसी माला धारण करने के बाद रोजाना विष्णु मंत्र का जाप करना चाहिए.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति तुलसी माला धारण करता है, उन्हें रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए. यह अशुभ माना गया है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक