कई बार लोग कड़ी मेहनत के बावजूद भी पैसों की बचत नहीं कर पाते. इसके पीछे घर में वास्तु दोष और कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव अहम कारण हो सकते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दिशा, ऊर्जा का प्रवाह और मुख्य द्वार की स्थिति आर्थिक स्थिति पर सीधा असर डालती है. यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा है, तो धन का रुकना, अनावश्यक खर्च, स्वास्थ्य समस्याएं और रिश्तों में तनाव जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं.

मुख्य कारण

घर के मुख्य द्वार पर गंदगी या अंधेरा. उत्तर-पूर्व दिशा में कबाड़ या भारी सामान. कपूर या नमक से शुद्धिकरण न करना. बुध-शुक्र जैसे ग्रहों का दोष और उपाय न करना. स्वास्तिक या गणेश चित्र का अभाव. कुंडली में बुध ग्रह कमजोर हो तो फाइनेंशियल मैनेजमेंट बिगड़ जाता है, जिससे बचत मुश्किल हो जाती है. शुक्र ग्रह अत्यधिक प्रधान हो तो व्यक्ति अनावश्यक खर्च करता है. छठे भाव का स्वामी अशुभ हो तो धन बीमारियों या कर्ज चुकाने में खर्च होता है. वायु तत्व (मिथुन, तुला, कुंभ) मजबूत हो तो लोग लापरवाह होते हैं और पैसा टिकता नहीं.

समाधान के उपाय

  • घर के मुख्य द्वार को साफ रखें और वहां पर्याप्त रोशनी रखें.
  • मुख्य द्वार पर भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर लगाएं, स्वास्तिक का चिह्न बनाएं.
  • घर के उत्तर-पूर्व कोने में कलश रखें और वहां कचरा या भारी वस्तु न रखें.
  • कपूर या समुद्री नमक का प्रयोग करें, इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
  • कुंडली के ग्रह दोष के लिए संबंधित ग्रह के मंत्र जाप करें या दान करें.
  • बुधवार को हरी सब्जियां, मूंग का सेवन करें और जरूरतमंदों को दान दें.