डब्बू ठाकुर,कोटा.  बिलासपुर जिले के जाली में एक मछुआरे के जाल में एक ऐसा प्राणी फंस गया जिसकी कल्पना उस मछुआरे ने सपने में भी नहीं की होगी. दरअसल तालाब ठेकेदार मोहम्मद करैहा, शुक्रवार की सुबह मछली पकड़ने के लिए मछुआरों को लेकर पुरैनहा तालाब गया था.
इसी दौरान मछुआरों के जाल में दो मगरमच्छ के बच्चे फंस गए. इसके बाद ठेकेदार  ने जान जोखिम में डालकर इन्हें बोरी में भरकर घर ले गया. जहां दोनों मगरमच्छ के बच्चों को देखने के लिए ठेकेदार के घर में लोगों का तांता लग गया.
हालांकि ठेकेदार ने  इसकी सूचना तुरंत ही वन विभाग को दी. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने दोनों मगरमच्छ के बच्चों को पकड़कर खुटाघाट जलाशय में सुरक्षित छोड़ दिया. बताया जा रहा है कि तालाब के पास खुटाघाट डेम है. ऐसे में लोगों ने आशंका जताई है कि ये दोनों मगरमच्छ के बच्चे खुटाघाट से ही यहां पहुंचे होंगे.
गौरतलब है कि इससे पहले जांजगीर जिले के अकलतरा में भी एक तालाब से पांच फिट का मगरमच्छ मिला था. जहां तालाब में गहरीकरण का काम किया जा रहा था. यहां भी ग्रामीणों ने इसकी सूचना क्रोकोडाइल पार्क के अधिकारियों को दी थी पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा था. जिसके कारण ग्रामीणों ने खुद ही जान जोखिम में डालकर पकड़ लिया था और क्रोकोडाइल पार्क के अधिकारियों को सुपुर्द कर दिया था.