रायपुर। कोरोना काल में पुलिस की भूमिका की न केवल आम लोग बल्कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक तारीफ कर चुके हैं. इसकी वजह भी है, पुलिस ने प्रवासी मजूदरों के आने-जाने वालों की निगरानी करने के साथ मानवीय सेवा भाव का प्रदर्शन करते हुए खाने की व्यवस्था करने के साथ जूते और कपड़े तक मुहैया कराया है. इन सबके बीच प्रदेश के दो पुलिस अधिकारियों की नई दिल्ली तक चर्चा हो रही है.

दीपांशु काबरा, आईपीएस

बिलासपुर पुलिस रेंज के आईजी के तौर पर आईपीएस दीपांशु काबरा के कार्यों की खासी चर्चा हुई. दीपांशु काबरा ने जरूरतमंदों के लिए हेल्प चेन स्थापित किया. इसका हजारों लोगों को फायदा हुआ. यही नहीं अधिकारी ट्विवटर पर सक्रियता की वजह से किसी के मदद की गुहार लगाए जाने पर तत्काल मदद मुहैया कराते रहे. खाली पेट अपने-अपने घरों को लौट रहे प्रवासी मजदूरों को न केवल खाना मुहैया कराया, बल्कि उनके घर लौटने की समुचित व्यवस्था कराई. संकट के दौर में आईपीएस दीपांशु काबरा की टीम ने जरूरतमंदों की मदद के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा.

संतोष सिंह, आईपीएस

आईपीएस संतोष सिंह प्रदेश के सक्रिय पुलिस अधिकारियों में से शुमार किए जाते हैं. बतौर रायगढ़ पुलिस अधीक्षक कोरोना काल में इनकी सक्रियता अनगिनत लोगों के लिए जीवनदायी बनकर आई. उनके नेतृत्व में रायगढ़ पुलिस ने 12 लाख मास्क का वितरण कर कोरोना के संक्रमण से बचाने का काम किया. ‘इस रक्षाबंधन, एक रक्षासूत्र मास्क’ के वाक्य के साथ मास्क को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम किया. संतोष सिंह के काम की गूंज रायगढ़ से लेकर राजधानी रायपुर तक होती रही.