संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. छत्तीसगढ़ में चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे राजनीति पारा भी तेज होता जा रहा है. राजनीति में बड़े से बड़े दिग्गज नेता चुनाव के मैदान में अपना भाग्य आजमाते रहे है. इसी बीच अब बड़े अधिकारी भी राजनीति में अपना भाग्य आजमाने में लग गए है. दरअसल मुंगेली जिले के लोरमी में पदस्थ तहसीलदार डॉक्टर तुलसीदास मरकाम नौकरी छोड़कर राजनीति के मैदान में उतरना चाहते है. बलरामपुर जिले के रामानुजगंज विधानसभा सीट से भाजपा से टिकट जुगाड़ करने और चुनाव लड़ने की अटकलें जोरों पर है.
रामानुजगंज विधानसभा सीट से वर्तमान में कांग्रेस के बृहस्पत सिंह विधायक हैं. इसी विधानसभा सीट से तुलसीदास मरकाम भाजपा से टिकट पाने एड़ी चोटी लगा रहे है. लोरमी में पिछले हफ्ते हुए भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में मरकाम ने भाजपा के संगठन मंत्री पवन साय और अन्य नेताओं से भी मिले थे. जो काफी चर्चा का विषय भी बना था. तुलसीदास मरकाम की माने तो केवल समाज सेवा करने के लिए विधायक बनना चाहते है. जो सरकारी नौकरी में रहकर नहीं कर सकता और राजनीति में आने से जन सेवा करने का भरपूर अवसर मिलेगा.
जन सेवा करने की कह रहे बात
वहीं तुलसीदास मरकाम यह भी दावा कर रहे है कि संगठन द्वारा विधायक प्रत्याशी के रूप में यदि रामानुजगंज से टिकट मिलता है. तो इलाके में सेवा करने के लिए एक सेवक के रूप में कार्य करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि रामानुजगंज क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ इलाका है. औऱ वो इस क्षेत्र में विधायक बनते है तो इलाके में पूरा विकास किया जाएगा. ग्रामीणों के बीच एक अच्छा प्रत्याशी के रुप में उतरा जाएगा. जिससे ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा मिल सके.
पत्नी 2013 में लड़ चुकी है चुनाव
बता दें कि 2013 में विधानसभा चुनाव के दौरान दौरान लोरमी में पदस्थ तहसीलदार तुलसीदास मरकाम की पत्नी प्रभात बेला मरकाम ने स्वाभिमान मंच के बैनर तले चुनाव लड़ चुकी हैं. जिन्हें चुनाव में लगभग 10 हजार वोट भी मिले थे. जिसके बाद बेला मरकाम वर्तमान में छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी भाजपा के साथ मिल कर प्रदेश में कार्य कर रही है. यही वजह है कि तुलसीदास इस बार विधानसभा में विधायक प्रत्याशी के रुप में भाजपा से टिकट मिलने को लेकर उम्मीद लगाए हैं . अब ये तो आने वाला समय ही बताएगा कि भाजपा उन्हें टिकट देती है या नहीं .