Google I/0 2024 में टेक जगत की दिग्गज कंपनी ने नया थेफ्ट डिटेक्शन फीचर लॉक की जानकारी दी थी. यह फीचर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल करता है और पता लगाता कि फोन चोरी हुआ है या नहीं. गूगल ने इस फीचर की टेस्टिंग शुरू कर दी है और इसकी शुरुआत ब्राजील से हुई है. गूगल का यह फीचर काफी यूजफुल साबित हो सकता है. स्मार्टफोन के चोरी होने के बाद यह टेकनीक मोबाइल को लॉक कर देगी, जिसके बाद उसमें से कोई भी डेटा, फोटो या UPI App की मदद से पेमेंट नहीं कर पाएगा.

कैसे काम करती है ये टेक्नोलॉजी

यह लेटेस्ट एंड्रॉइड 15 बीटा वर्जन फोन को चोरी या फिर खो जाने से बचाएगा. यह वर्जन गूगल एआई का यूज कर रहा है, जिसमें फोन के चोरी होने पर सेंसर एक्टिव हो जाएगा. सेंसर एक्टिव होने के बाद यह आपके फोन को लॉक कर देगा. इसके साथ ही फोन में जाइरोस्कोप और एक्सेलेरोमीटर जैसे सेंसर आपके फोन के पैटर्न को ट्रैक करेंगे. अगर चोर या फिर कोई और आपके फोन का इस्तेमाल करता है, उसके फोन यूज करने के पैटर्न में बदलाव आएगा और आपका फोन लॉक हो जाएगा.

चोर के हाथ में भी सुरक्षित रहेगा फोन

अगर आपका फोन लंबे समय तक गलत हाथों में रहता है और चोर इसे लंबे समय तक डिसकनेक्ट रखने की कोशिश रखता है तो भी फोन की स्क्रीन लॉक हो जाएगी. ऐसा ऑफलाइन डिवाइस लॉक के साथ ऑटोमैटिकली हो जाएगा. यूजर की पर्सनल और बैंकिंग जानकारियों की सुरक्षा के लिए बार-बार फेल हुए ऑथेंटिकेशन के साथ भी डिवाइस की स्क्रीन लॉक हो जाएगी. एंड्रॉइड फोन इस तरह के अलग-अलग साइन को सेंस करने के साथ यह जान लेगा कि गलत हाथों में है.