नक्सलियों के सुप्रीम कमांडर के रूप में बसवराजू की नियुक्ति से तीसरा अध्याय प्रारंभ होता है. 22 अप्रैल 1980 को कोंडापल्ली सीतारमैया द्वारा इस नक्सली समूह को प्रारंभ करने से पहला अध्याय शुरू होता है. 1980 से1992, कुल 12 वर्ष तक वे महासचिव रहे.
उसके उपरांत मोपल्ला लक्ष्मण राव उर्फ गणपति ने दूसरे महासचिव के रूप में कार्य प्रारंभ किया और 26 वर्षों तक इस माओवादी संगठन के प्रमुख होने के बाद 72 वर्ष की आयु में इस पद को शांतिपूर्वक छोड़ा. जबकि कोंडापल्ली सीतारमैया को बलपूर्वक उसके पद से हटाया गया था.
बसवराजू केंद्रीय सांगठनिक कमेटी के तीसरे महासचिव के रूप में उभरे हैं. बसवराजू मूलत: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम क्षेत्र से हैं.
अतः उनके सुप्रीम कमांडर बनने से आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में नक्सली गतिविधि और बढ़ने की संभावना है. संभावना यह भी है कि कुछ महीनों में गणपति का सरेंडर भी दिख जावे.
– प्रोफेसर गिरीशकांत पाण्डेय, नक्सल मामलों के जानकार (ये लेकर के निजी विचार हैं)