दिल्ली। अक्सर केंद्र सरकार के मंत्रालयों में अंग्रेजी का ही बोलबाला रहा है। हिंदी इनमें न के बराबर इस्तेमाल होती है लेकिन अब गृहमंत्री अमित शाह ने एक अच्छी पहल की है। जिसकी तारीफ तो बनती है।
सभी केंद्रीय मंत्रालयों की तरह गृह मंत्रालय में भी अंग्रेजी में ही कामकाज होता रहा है लेकिन अब गृह मंत्री ने आदेश किया है कि वहां हिंदी में कामकाज होगा। जितने भी क्लर्क और स्टैनो हैं, उन्हें एक माह के भीतर हिंदी टाइपिंग सीखनी होगी।आदेश में साफ कहा गया है कि भविष्य में इन पदों पर केवल हिंदी टाइपिंग वाले क्लर्क भर्ती होंगे। अब मंत्रालय व उससे जुड़े विभागों में इस आदेश को सख्ती से लागू करने की तैयारी कर ली गई है।

दरअसल, अमित शाह ने केंद्रीय गृह मंत्री बनने के बाद ही राजभाषा हिंदी के इस्तेमाल पर जोर देना शुरू किया था।गृह मंत्री ने अधिकारियों को यह बात साफतौर से कह दी है कि वे अपना कामकाज सौ फीसदी हिंदी में करना सुनिश्चित करें। अगर उन्हें मंत्रालय में आकर कोई प्रस्तुतिकरण देना है या कोई पत्राचार करना है तो वे हिंदी भाषा का इस्तेमाल करें।