स्पोर्ट्स डेस्क- टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एम एस धोनी की कप्तानी और रिकी पोंटिंग की कप्तानी अपने अपने-अपने दौर में सुपरहिट रही, दोनों ही कप्तानों ने अपने-अपने देश के क्रिकेट टीम की लंबे समय तक कप्तानी की, और इनके कार्यकाल में इनकी टीम ने सफलताओं की सीढ़ियों को भी चढ़ा।

 रिकी पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियन टीम साल 2003 और 2007 का वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रही, तो वहीं एम एस धोनी ने टीम इंडिया को तीनों ही आईसीसी ट्रॉफी जितवाई, टी-20 वर्ल्ड कप 2007, वनडे वर्ल्ड कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 इनकी कप्तानी में ही टीम इंडिया ने जीती।

 और माइकल हसी एक ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने रिकी पोंटिंग की कप्तानी में भी ऑस्ट्रेलिया से काफी क्रिकेट खेला तो वहीं आईपीएल में एम एस धोनी की कप्तानी में भी करीब 6 सीजन खेला।

माइकल हसी और एम एस धोनी की अक्सर काफी बनती थी, और दोनों ही क्रिकेट को लेकर काफी चर्चा करते भी नजर आते थे।

और अब माइकल हसी ने रिकी पोंटिंग और एम एस धोनी की कप्तानी की तुलना की है, और दोनों की क्वालिटीज का बखान किया है।

माइकल हसी कहते हैं पोंटिंग और धोनी में एक खास बात थी, जो दोनों में सेम थी वो थी पोंटिंग और धोनी लगातार हार या जीत पर एक जैसे रहते हैं और यही एक अच्छे कप्तान की क्वालिटी है।

एम एस धोनी की तारीफ करते हुए माइकल हसी कहते हैं धोनी चाहे चार मैच भारत के लिए जीते या हारे, वो कभी दबाव में नहीं आते, यही बात उन्हें बेहतर बनाती है।

 माइकल हसी कहते हैं कि टीम अच्छा कर रही है या खराब कर रही है, रिकी पोंटिंग और एम एस धोनी शांत रहते हैं, मिसाल के तौर पर रिकी चाहे शून्य पर आउट हों या शतक बनाएं, वो एक जैसा ही रहते हैं। यही स्थिति धोनी की है, दोनों का ये अंदाज बिल्कुल एक जैसा है। मुझे लगता है किसी भी लीडर के लिए ये सबसे अच्छी क्वालिटी है।

गौरतलब है कि एम एस धोनी को कभी भी मैदान में इतना एग्रेसिव अंदाज में नहीं देखा गया, उन्हें कैप्टन कूल का दर्जा ही दिया गया था उपाधि ही दी गई थी क्योंकि वो हर समय कूल जो रहते हैं। और उनकी यही क्वालिटी उन्हें बतौर कप्तान इतना सफल बनाने में मदद की।