दिल्ली। भाई-बहन के पावन रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन बिना मुंह मीठा किए पूरा नहीं होता। इस मौके पर मिठाई कारोबार गुलजार रहता है लेकिन इस साल कोरोना की वजह से इस कारोबार पर तगड़ी चपत लगी है।

मिठाई निर्माताओं के राष्ट्रीय संघ ने बताया कि कोरोना के चलते लोगों के मन में बैठा डर और राज्यों द्वारा इस बिजनेस की तरफ बिल्कुल भी ध्यान न देने से इस साल रक्षाबंधन पर मिठाइयों की बिक्री घटकर आधी रह जाएगी। जिसके चलते देश के मिठाई कारोबार को लगभग 5,000 करोड़ रुपये का भारी भरकम नुकसान झेलना पड़ सकता है।

फेडरेशन ऑफ स्वीट्स एंड नमकीन मैन्युफैक्चरर्स से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि, हमने पिछले साल रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर देशभर में करीब 10,000 करोड़ रुपये की मिठाइयां बेचकर अच्छा कारोबार किया था। वहीं इस बार यह आंकड़ा बमुश्किल 5,000 करोड़ रुपये के आस-पास पहुंच पाएगा। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के चलते लोगों की जेब पर पहले ही असर पड़ा है। अब मिठाई की दुकानें खोलने को लेकर आखिरी मौके पर सरकारें कंफ्यूजन की स्थिति में थी। जिसने इस धंधे की रही सही कमर भी तोड़ दी।