दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर लोगों मेें खौफ का सबब बना हुआ है। पूरी दुनिया में कोरोना की वैैक्सीन खोजने में रिसर्चर जुटे हैं। अब भारत ने इस मामले मेें बड़ी उपलब्धि हासिल है।
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोरोना से मामूली और मध्यम रूप से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए एंटीवायरल दवा फेविपिरविर को फैबिफ्लू ब्रांड नाम से बाजार में लांच किया है। कंपनी ने पत्रकारों को ये जानकारी दी। इस देशी कंपनी ने बताया कि उसे भारतीय औषधि महानियंत्रक से इस दवा के निर्माण और मार्केटिंग की अनुमति मिल गई है। कंपनी ने कहा कि फैबिफ्लू कोरोना के इलाज के लिए पहली खाने वाली दवा है, जिसे मंजूरी मिली है। यह दवा लगभग 103 रुपये प्रति टैबलेट की दर से बाजार में उपलब्ध होगी।
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने बताया कि दवा 34 टैबलेट की स्ट्रिप के साथ 3,500 रुपये के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर 200 मिलीग्राम टैबलेट के रूप में उपलब्ध होगी। ग्लेमार्क फार्मास्युटिकल्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ग्लेन सल्दान्हा ने कहाकि, उसे यह मंजूरी ऐसे समय मिली है जब भारत में कोरोना वायरस के मामले पहले की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली काफी दबाव में है। अब कोरोना से लड़ाई में काफी राहत मिलेगी।