दिल्ली. अमेरिका की चिंता को दरकिनार कर आखिरकार फ्रांस ने गूगल और फेसबुक जैसी दिग्गज इंटरनेट कंपनियों पर नया टैक्स लगाने को मंजूरी दे दी है।
इस इंटरनेट टैक्स को गाफा (गूगल, अमेजन, फेसबुक और एपल) नाम दिया गया है। हालांकि, अमेरिका ने इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए अपने नाटो सहयोगी फ्रांस से इस विचार को त्यागने का आग्रह किया था।
फ्रांस के संसद में सोमवार को चली लंबी चर्चा और वोटिंग के बाद सांसदों ने इंटरनेट टैक्स को मंजूरी दे दी। फ्रांसीसी वित्त मंत्री ब्रूनो ले माइरे ने कहा कि फ्रांस को इस तरह का कदम उठाने पर गर्व है। नेशनल एसेंबली में इस प्रस्ताव को 55 मत के साथ मंजूर किया गया, जबकि इसके विरोध में 4 मत पड़े। 5 सांसदों ने मतदान में भाग नहीं लिया। इसे कानून बनने से पहले सीनेट या उच्च सदन में मतदान के लिए रखा जाएगा। इस कानून को गाफा (गूगल, अमेजन, फेसबुक और एपल) नाम दिया गया है।
यह ऐसे समय आया है, जब दुनिया की सबसे अमीर कंपनियों में से कुछ कंपनियों को कम टैक्स का भुगतान करने की वजह से नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। वित्त मंत्री ब्रूनो ने संसद में मतदान से पहले कहा कि फ्रांस को इस तरह के विषयों पर अगुवाई करने में गर्व महसूस हो रहा है। यह मसौदा 21वीं सदी के लिए अधिक प्रभावी और निष्पक्ष टैक्स प्रणाली की दिशा में एक कदम है।