दिल्ली. घर में जब बच्चा पैदा होता है तो आमतौर पर बच्चे की दादी,बुआ या परिजन ही बच्चे का नामकरण करते हैं. लेकिन कभी आपने ये सुना है कि बच्चे का नाम रखने के लिए चुनाव कराया जाए,शायद नहीं सुना होगा. पर एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है महाराष्ट्र के गोंदिया जिले से, जहां कुछ ऐसा ही हुआ और बच्चे के मां बाप ने लोकतंत्र के पर्व के माध्ययम से अपने बच्चे का नाम रखा है.

दरअसल यहां एक दंपत्ती ने 5 अप्रैल को एक बच्चे को जन्म दिया. जिसके बाद से ही परिजन,रिश्तेदारों और मित्रों के बच्चे के नाम को लेकर अलग-अलग सुझाव थे. ऐसे में बच्चे के माता पिता मिथुन और मानसी बांग भी सोच में पड़ गए कि ऐसा क्या किया जाए कि बच्चे को अपना नाम भी मिल जाए और रिश्तेदार,परिजन और मित्र भी खफा नहीं हों.

ऐसे में इस दंपत्ति को एक तरकीब सूझी कि क्यों ना लोकतंत्र के पर्व चुनाव के रास्ते से बच्चे का नाम तक पहुंचा जाए. इसलिए इस दंपत्ति ने एक अनोखा फैसला किया कि बच्चे के नाम के लिए वोटिंग कराई जाए. माता पिता ने वोटिंग के लिए परिजनों, मित्रों और रिश्तेदारों के बीच मतदान कराया. ये मतदान 15 जून को कराया गया.

 

नाना पटोले भी हुए शामिल

बता दें कि रिजनों और रिश्तेदारों ने बच्चे के लिए तीन नामों का सुझाव दिया था और दंपति ने नाम पर फैसले के लिए बैलेट पेपर का प्रयोग किया जिसमें सुझाव वाले तीनों नाम मौजूद थे. खास बात यह है कि कार्यक्रम में मौजूद लोगों में पूर्व सांसद नाना पटोले भी शामिल थे जिनके इस्तीफे के कारण 28 मई को गोंदिया में उपचुनाव कराया गया था.

युवान को मिले सबसे ज्यादा वोट

बच्चे के पिता मिथुन ने कहा कि बच्चे के लिए तीन नाम यक्ष, युवान और यौविक का सुझाव मिला था लेकिन नाम को लेकर असमंजय में थे. इसलिए हमने बैलेट पेपर  मदद से नाम पर फैसले करने के बारे में सोचा. उन्होंने कहा कि वोटिंग में कुल 192 वोट पड़े और युवान को अधिकतम 92 वोट मिले जिसके बाद बच्चे का नाम युवान रखा गया है.