दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में केरल के एक सुदूर गांव में पुस्तकालय खोलने वाले आदिवासी दंपति की सराहना की थी. उसे गांव वालों ने ही गांव से निकाल दिया.
गांव वालों का आरोप है कि दंपति ने एक ऐसी किताब लिखी जिसमें उस गांव में रहने वाले समुदाय विशेष को गलत रूप में दिखाया गया है. इडुक्की जिले के जंगलों में स्थित एदमालकुडी बस्ती के निवासी पी वी चिन्नाथम्पी और मनियम्मा को इस महीने गांव वालों ने एक सभा ‘‘ओरूकोट्टम’’ में उन्हें गांव से निकालने का फरमान सुना दिया. अब दंपति लोगों से मदद की गुहार लगा रहा है.
चिन्नाथम्पी और उनकी पत्नी गांव के नजदीक ही अपने मित्र के यहां रह रहे हैं. उन्होंने सरकार से इस मामले में मदद करने का अनुरोध किया. प्रधानमंत्री मोदी ने पुस्तकालय खोलने के उनके प्रयासों की ‘मन की बात’ कार्यक्रम में जमकर तारीफ की थी.