स्पोर्ट्स डेस्क- कभी कभी कोई क्रिकेटर ऐसे होते हैं जो खेलते तो बहुत अच्छा है लेकिन उनका क्रिकेट करियर डोमेस्टिक क्रिकेट तक ही खत्म हो जाता है, रजत भाटिया इस क्रिकेटर को हर कोई जानता है, रणजी क्रिकेट के स्टार, आईपीएल के स्टार खिलाड़ी, ऑलराउंडर खिलाड़ी, जो बल्लेबाजी भी कर ले और मीडियम पेस गेंदबाजी में भी माहिर।

रजत भाटिया ने डोमेस्टिक क्रिकेट में अपने खेल से सबको  प्रभावित किया, आईपीएल में भी इनका जलवा देखने को मिला, और अब उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है।

रजत भाटिया आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स, और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स टीम के लिए खेल चुके हैं, तमिलनाडु के साथ साल 2003-04 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले 40 साल के ऑलराउंडर रजत भाटिया ने ज्यादातर क्रिकेट दिल्ली की ओर से ही खेला, हलांकि साल 2018-19 में उन्होंने नई टीम उत्तराखंड को रणजी ट्रॉफी क्वार्टरफाइनल तक पहुंचाने में भी अहम रोल अदा किया था।

संन्यास को लेकर बोले रजत

रजत भाटिया ने अपने संन्यास को लेकर कहा है कि उन्होंने पिछले साल ही अपने संन्यास के बारे में फैसला कर लिया था, मैं यहां घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहा था और फिर कॉमेंट्री करने लगा, फिर मैं बांग्लादेश में बतौर पेशेवर खेल रहा था, लेकिन इस साल उन्होंने पेशेवर खिलाड़ियों को रखना बंद कर दिया, और फिर कोरोना वायरस फैल गया इसलिए मैंने सोचा कि अब संन्यास लेने का समय आ चुका है।

रजत भाटिया कहते हैं कि वैसे तो मैं पहले से ज्यादा फिट महसूस कर रहा है हूं, और विदेशी लीग में खेल सकता हूं। टीम इंडिया से न खेल पाने को लेकर रजत भाटिया कहते हैं कि मैं अपने करियर को उस तरह से सोचना नहीं चाहता हूं, ये सोचना बहुत अपरिपक्व होगा मैं काफी कुछ कर पाया और इसकी मुझे खुशी है कोई पछतावा नहीं है।

रजत  भाटिया का क्रिकेट करियर

रजत भाटिया ने 112 फर्स्ट क्लास मैच में 49.10 के औसत से 6482 रन जुटाए, इसके साथ ही उन्होंने 137 विकेट भी हासिल किए हैं वो 119 लिस्ट ए और 146 टी-20 मैच भी खेले हैं। पिछले सीजन में रजत भाटिया ने बांग्लादेश में लिस्ट ए क्रिकेट भी खेला है।