हिंदू परंपरा में सप्ताह के प्रत्येक दिन का संबंध किसी न किसी ग्रह देवता से माना गया है. मंगलवार का दिन मंगल ग्रह को समर्पित है, जो शक्ति, साहस और पराक्रम के प्रतीक हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भोजन और व्यवहार दोनों में विशेष सावधानी रखनी चाहिए. खासकर दाल के सेवन को लेकर.

ज्योतिषीय दृष्टि से मंगल ग्रह अग्नि तत्व से जुड़ा ग्रह है. इसका स्वभाव उग्र और तप्त माना गया है. इसी कारण मंगलवार को ऐसी चीजें खाने से बचने की सलाह दी जाती है जो शरीर में गर्मी या उत्तेजना बढ़ाएं. मान्यता है कि इस दिन मसूर की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि मसूर दाल रक्त और पित्त को बढ़ाने वाली मानी जाती है. यह मंगल के प्रभाव को असंतुलित कर सकती है, जिससे क्रोध, रक्तचाप और मानसिक अस्थिरता जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं.

पौराणिक मान्यता 

हनुमान जी मंगल ग्रह के स्वामी हैं. मंगलवार को व्रत रखने और दाल-भोजन का त्याग करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. हनुमान भक्त इस दिन केवल फलाहार या चने का सेवन करते हैं, जो शुद्ध और सात्विक माने जाते हैं.

आयुर्वेदिक दृष्टिकोण 

मसूर दाल गर्म तासीर की होती है. इस दिन इसका सेवन करने से शरीर में उष्णता बढ़ सकती है, जिससे पित्त विकार, फोड़े-फुंसी या चिड़चिड़ापन हो सकता है. इसलिए कहा गया है. मंगलवार को मसूर दाल न खाएं, बल्कि हनुमान जी की भक्ति करें, सिंदूर और तेल का अर्घ्य चढ़ाएं, ताकि मंगल ग्रह का प्रभाव शुभ और संतुलित बना रहे.