रायपुर. महाशिवरात्रि भगवान शिव का सबसे बड़ा पर्व है. इसी वजह से कोई भी भक्त किसी भी तरह भोलेनाथ की सेवा में कमी नहीं छोड़ना चाहता है. शिव शंकर को खुश करने के लिए अपनी पूजा-अर्चना से लेकर पवित्र नदियों में स्नान तक, सबकुछ करता है. लेकिन जिन भक्तों के पास वक्त की कमी होती है, वो हर बार निराश हो जाते हैं. क्योंकि वह अपने शिव की विधिवत पूजा नहीं कर पाते. अगर आप भी ऐसे ही भक्तों की लिस्ट में शामिल हैं जिनके पास अपने काम के चलने घंटों की पूजा करने का वक्त नहीं, तो आप यहां दी गई महाशिवरात्रि की पूजा की आसान और मिनटों में की जाने वाली पूजा-विधि देखें.
बता दें इस बार महाशिवरात्रि 4 मार्च, सोमवार को मनाया जाएगा. यह साल की आने वाली 12 शिवरात्रियों में से सबसे खास होती है. मान्यता है फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी के दिन आने वाली शिवरात्रि सबसे बड़ी शिवरात्रि होती है. इसी वजह से इसे महाशिवरात्रि कहा गया है. दरअसल हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी वाले दिन शिवरात्रि होती है. लेकिन महाशिवरात्रि के दिन ही मंदिरों में शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.
महाशिवरात्रि की सरल पूजा-विधि
- सबसे पहले सुबह नहाकर शरीर को शुद्ध करें या फिर हाथ-मुंह धोकर कुल्ला करें.
- घर के मंदिर के आसन पर बैठें.
- मंदिर में रखे दीपक को जलाएं और पूजा का संकल्प लें.
- सबसे पहले भगवान गणेश और माता पार्वती का ध्यान करें.
- अब भगवान शिव का पूजन करते हुए उनकी प्रतिमा को एक थाली में बिठाएं.
- शिव की प्रतिमा को पहले गंगाजल स्नान, दही स्नान, घी-स्नान और फिर शहद से स्नान कराएं.
- इसके बाद शिव पर पंचामृत स्नान कराएं.
- अब भगवान शिव पर वस्त्र, फूल, इत्र, माला और बेल पत्र चढ़ाएं.
- अब शिव शंकर को नैवेद्य (भोग) लगाएं.
- अब पान और दक्षिणा चढ़ाकर शिव आरती (शिव आरती नीचे दी गई है) करें.
- आखिर में भगवान शिव से क्षमा-याचना करें.