दिल्ली. भारत में भले ही आपको लोन लेने के लिए कड़ी मश्क्कत करनी पड़ती हो और उस लोन को चुनाने के लिए तगड़ी प्लानिंग, लेकिन यूरोपीय देश हंगरी में 25 लाख का लोन इस स्कीम के तहत माफ कर दिया जाता है.

यूरोपीय देश हंगरी में घटती आबादी और प्रवासियों की बढ़ती संख्या एक बड़ी समस्या बन चुकी है. इसको ध्यान में रखते हुए इस देश में आबादी बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन ने नई नीति के तहत महिलाओं को खास तरह की रियायत देने की घोषणा की है.

हंगरी में सरकार ने घोषणा की है कि 40 साल से कम उम्र की महिला को पहली बार शादी करने पर 25 लाख रुपये तक का लोन बिना ब्याज के दिया जाएगा. वहीं यदि कोई महिला तीसरा बच्चा पैदा करती है तो उसका लोन माफ कर दिया जाएगा.

और तो और यदि किसी महिला के चार से ज्यादा बच्चे हैं तो उसे पूरी जिंदगीभर इनकम टैक्स नहीं देना होगा. इसके अलावा तीन या उससे ज्यादा बच्चों के परिवार को सरकार सात सीटों वाली गाड़ी खरीदने के लिए 6 लाख रुपए मदद भी देगी. सरकार के अनुसार प्रवासी लोगों पर निर्भरता कम करने और हंगरी का भविष्य बचाए रखने के लिए इस कदम को उठाया गया है.

एनुअल स्टेट ऑफ द नेशन को संबोधित करते हंगरी के प्रधानमंत्री ने कहा कि हंगेरियन परिवारों का अधिक बच्चे पैदा करना मुस्लिम देशों के प्रवासियों को प्रवेश करने की अनुमति देने से बेहतर है. उन्होंने कहा, मैं नहीं चाहता कि अधिक प्रवासी प्रवेश करें उन्होंने कहा कि हमें हंगेरियन चिल्ड्रन बढ़ाने होंगे.

हंगरी की वर्तमान जनसंख्या 97.8 लाख है. इनमें से हर साल 32 हजार लोग कम हो रहे हैं. हंगरी में महिलाओं के औसतन 1.45 बच्चे हैं, जो कि यूरोपीय संघ के औसत 1.58 से कम है.