लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग से पहले तमिलनाडु के कन्याकुमारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साधना में लीन हो चुके हैं. पीएम मोदी ध्यान कक्ष में मौन हैं. शाम 6 बजकर 45 मिनट पर प्रधानमंत्री ध्यान मुद्रा में बैठे हैं. इस दौरान पीएम मोदी किसी से बात भी नहीं करेंगे.

पीएम मोदी अपने 45 घंटे के ध्यान के दौरान सिर्फ तरल आहार लेंगे और इस दौरान वह केवल नारियल पानी और अंगूर के जूस का सेवन करेंगे. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी इस दौरान मौन व्रत का पालन भी करेंगे और ध्यान कक्ष से बाहर नहीं निकलेंगे.

पीएम मोदी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे के प्रवास के लिए भारी सुरक्षा समेत सभी इंतजाम किए गए हैं. शनिवार तक समुद्र तट पर्यटकों के लिए बंद रहेगा और निजी नौकाओं को भी चलने की अनुमति नहीं होगी. देश के दक्षिणी छोर पर स्थित इस जिले में 2 हजार पुलिसकर्मियों का दल तैनात रहेगा और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां ​​प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान कड़ी निगरानी रखेंगी.

भगवती अम्मन मंदिर में पीएम मोदी ने की पूजा

(30 मई) गुरुवार की शाम को चुनाव प्रचार थमने के बाद पीएम मोदी कन्याकुमारी पहुंचे. सबसे पहले भगवती अम्मन मंदिर में पूजा अर्चना की. सफेद धोती और शॉल ओढ़े पीएम मोदी ने मंदिर के गर्भगृह की परिक्रमा की. पुजारियों ने एक विशेष आरती की और उन्हें प्रसाद दिया. इसके बाद पीएम मोदी नाव के जरिए विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे. यहां वह कुछ देर के लिए मंडपम की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खड़े रहे और बाद में ध्यान मंडपम में कठोर साधना में लीन हो गए.

मंदिर में की विशेष पूजा

माना जाता है कि देवी कन्याकुमारी की मूर्ति की स्थापना 3000 साल पहले भगवान परशुराम ने की थी. पुजारियों ने बताया कि पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने देवी के दर्शन किए हैं. सफेद धोती और शॉल ओढ़े मोदी ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और गर्भगृह की परिक्रमा की. पुजारियों ने एक विशेष आरती की और उन्हें मंदिर का प्रसाद दिया गया जिसमें एक शॉल और मंदिर के देवता की फ्रेमयुक्त तस्वीर शामिल थी.

भारत का सबसे दक्षिणी छोर, कन्याकुमारी यानी वो स्थान जहां भारत की पूर्वी और पश्चिमी तट रेखाएं मिलती हैं. ये हिंद महासागर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी का भी मिलन बिंदु है. विवेकानंद से प्रभावित प्रधानमंत्री 70 से ज्यादा दिनों तक चुनाव प्रचार खत्म करने के बाद गुरुवार शाम उस ऐतिहासिक जगह पहुंचे जहां विवेकानंद को अपनी जिंदगी का मकसद मिला था.

विपक्ष हमलावर

एक तरफ जहां पीएम मोदी विवेकानंद रॉक मोमोरियल में ध्यान लगाए हुए हैं, वहीं उनके ध्यान पर घमासान मचा है. पूरा विपक्ष नरेंद्र मोदी पर हमलावर है.

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और 4 तारीख के बाद उनका परमानेंट मेडिटेशन होगा. वहीं ममता बनर्जी से लेकर अखिलेश यादव तक ने भी पीएम की आलोचना की. ममता बनर्जी ने कहा कि हर चुनाव के बाद जाकर वह एसी में बैठ जाते हैं.

ध्यान के बाद क्या करेंगे पीएम मोदी?

प्रधानमंत्री अब यहां करीब 2 दिन के लिए ध्यान में बैठ गए हैं. एक जून को ध्यान के बाद प्रधानमंत्री मोदी संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का दौरा करेंगे. बता दें कि संत तिरुवल्लुवर तमिलनाडु के सबसे मशहूर कवि थे, जिनका स्मारक और मूर्ति दोनों छोटे-छोटे टापुओं पर बनाए गए हैं. संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा की कुल ऊंचाई 133 फीट है.