स्पोर्ट्स डेस्क. एमएस धोनी के बिना आईपीएल की कल्पना करना बेहद मुश्किल है. लेकिन, पूर्व भारतीय कप्तान और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) कप्तान धोनी अब 41 वर्ष के हो चुके हैं. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सत्र की शुरुआत से पहले यह कयास लगया जा रहा था कि टूर्नामेंट का 16वां सत्र बतौर खिलाड़ी धोनी का अंतिम वर्ष होगा. अब इस महान खिलाड़ी ने खुद दुनिया के इस लुभावनी टी20 लीग से भी रिटायरमेंट के संकेत दे दिए हैं. शुक्रवार को चेपॉक स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मिली जीत के बाद धोनी ने कहा कि यह उनके करियर का आखिरी दौर है.
बता दें कि, भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में शामिल धोनी ने 15 अगस्त, 2020 को अचानक ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर सबको चौंका दिया था. इसके बाद से वह सिर्फ आईपीएल में ही खेलते हैं. दुनिया भर के प्रशंसक आज भी उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं. चेन्नई में दर्शकों से मिलने वाले प्यार को लेकर धोनी ने कहा कि और क्या कहूं. सब कुछ कह चुका हूं. यह मेरे करियर का आखिरी दौर है. इसका लुत्फ उठाना जरूरी है. दो वर्ष बाद प्रशंसकों को यहां आकर देखने का मौका मिला है. यहां आकर अच्छा लग रहा है. दर्शकों ने हमें बहुत प्यार और स्नेह दिया है.
धोनी पिछले कुछ समय से बल्लेबाजी क्रम में बहुत नीचे खेलने आत हैं. इसके कारण मौजूदा सत्र में उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले हैं. अपनी बल्लेबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी का ज्यादा मौका नहीं मिल रहा लेकिन कोई शिकायत नहीं है. धोनी इस सत्र अब तक चार पारियों में 59 रन बना चुके हैं. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 210.71 का रहा है. अपनी छोटी-छोटी पारियों से चेन्नई के कप्तान ने फैंस का भरपूर मनोरंजन किया है.
हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने एडेन मार्कराम का एक शानदार कैच भी पकड़ा. उम्मीद थी कि धोनी को इस कैच के लिए अवॉर्ड दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने इस पर मजाकिया अंदाज में कहा कि उन्होंने मुझे बेस्ट कैच का अवार्ड नहीं दिया. मुझे लगा कि यह एक शानदार कैच है. मुझे एक बहुत समय पहले का मुकाबला याद है. राहुल द्रविड़ उस समय कीपिंग कर रहे थे. उन्होंने भी एक ऐसा ही कैच लिया था.