दिल्ली. अपनी ऊंची उड़ान और बुद्धिमानी के लिए कबूतर सदियों से विश्वसनीय सदेश्वाहक माने जाते रहे हैं। भले अब उनकी जगह टेक्नोलॉजी ने ले ली हो लेकिन इस पक्षी के प्रति अब भी इंसानी प्रेम कम नहीं हुआ। यही कारण है कि ऐसे खास कबूतर को पाने के लिए 1.25 मिलियन यूरो यानि तकरीबन 9.71 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।

नीलामी हाउस ‘पीपा’ ने बताया कि हाल में अर्मांडो नामक एक कबूतर को रिकॉर्ड कीमत में नीलाम किया गया है।यह लंबी दूरी का सबसे उम्दा बेल्जियम का काबूत है। इस कबूतर का नाम कबूतरों का लुईस हेमिल्टन कहा जा रहा है।

इस नीलामी से पहले सबसे महंगा कबूतर 3.76 लाख यूरो यानि 2.92  करोड़ में बिका था। अमार्डों इस साल पांच साल का हुआ है। पीपा के सीईओ निकोलास गैसेलब्रेख्त को कबूतर के इतना महंगा बिकने पर यकीन नहीं है। वह कहते है कि इस पर विश्वास ही नहीं होता है।

उन्होंने कहा ‘हमने सपने में भी इस दाम के बारे में कभी सोचा नहीं था। हमने आशा की थी कि यह दाम चार लाख यूरो हो सकता है और ज्यादा से ज्यादा 6 लाख यूरो सोचा था।

गैसेलब्रेख्त ने कहा कि चीन के दो खरीदारों ने नीलामी में बढ़चढ़कर बोली लगाई। एक घंटे में यह बोली 5।33 लाख यूरो से 1।25 मिलियन यूरो तक पहुंच गई।

अर्मांडो अपने करियर की आखिरी तीन दौड़ों में जीता है इनमें 2018 की ऐज पिजन चैंपियनशिप, 2019 की पिजन ओलम्पियाड और अंगूलेम शामिल हैं।

बेल्जियम के परवेज शहर की स्थानीय पिजन फेसिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष फ्रेड वेंकेली ने कहा कि यह कबूतरों का लुईस हेमिल्टन है और यह खेल के इतिहास में सबसे खास है। अर्मांडो अब रिटायरमेंट का आनंद ले रहा है लेकिन उनके नए मालिक उससे प्रजनन कराएंगे और उसके वंश को आगे बढाएँगे।