मयंक शर्मा, फिरोजाबाद। फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद क्षेत्र स्थित नीम खेरिया गांव के ग्रामीणों के लिए रेलवे लाइन अब एक अभिशाप बन चुकी है। यहां के लोग रोजाना ट्रेनों की चपेट में आकर अपनी जान गंवा रहे हैं। स्थानीय रेलवे गेट को पहले बंद कर दिया गया था, जिससे हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है। रेलवे विभाग की लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण यह गांव लगातार दुर्घटनाओं का शिकार हो रहा है।

संभल के बाद वाराणसी में मिला 250 साल पुराना मंदिर: 40 सालों से लगा है ताला, मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में मंदिर खुलवाए जाने की मांग

दअरसल, आज सुबह, 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला किरन देवी की ट्रैन की चपेट में आकर मौत हो गई। वे शौच के लिए जा रही थीं, और यह हादसा उनके परिवार के लिए एक भयानक सदमा बनकर आया। हालांकि, रेलवे विभाग के अधिकारियों के डर से स्थानीय लोग पोस्टमार्टम नहीं कराते और जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर देते हैं।

गांव में पहले भी दर्जनों ग्रामीण ट्रैन हादसों का शिकार हो चुके हैं, लेकिन रेलवे विभाग की लापरवाही पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। स्थानीय लोग अब सुरक्षित गेट की मांग कर रहे हैं ताकि और जानें बच सकें और इस गांव को रेलवे हादसों से निजात मिल सके।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m