हरिओम श्रीवास, मस्तूरी– शिक्षकों में अच्छी लीडरशिप, पठन पाठन, समुदाय के साथ सहभागिता के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया लेकिन इस कार्यक्रम में एक शिक्षक शराब के नशा में पड़ा मिला. यह कार्यशाला स्कूल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत आयोजित की गई. लेकिन शिक्षकों के शराब पीकर पड़े रहने से बच्चों को शिक्षा कैसे मिलेगी. ये बहुत बड़ा सवाल है. ऐसी शराब के नशे में मुख्य शिक्षकअपनी पाठशाला व अपने अंर्तगत आने वाली पाठशालाओं की समस्याओं को कैसे सुलझाएंगे.

यह नजारा देखकर विभाग के अधिकारियों ने भी नजर अंदाज कर दिया. ऐसे में अगर शिक्षक ही शराब के नशे में प्रशिक्षण केंद्र पहुंचेंगे तो वह किस तरह का शिक्षा अपने स्कूल में देंगे इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है.

पूरा मामला मस्तूरी बीआरसी भवन में शिक्षकों के लिए आयोजित दो दिवसीय लीडरशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम का है. यहां राहटाडोर के प्राथमिक शाला में पदस्थ प्रभारी प्रधानपाठक रवि शंकर राज शराब पीकर केंद्र में पड़ा था. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी यह स्थिति देखी लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. इस संबंध में बीईओ सीबी सिंह टेकाम से जानकारी ली गई तो वे भी टालमटोल करने लगे. आखिर में उन्होंने जांच कराने की बात कही.

बीआरसी भवन में आयोजित दो दिवसीय शिक्षकों लीडरशिप का प्रशिक्षण शिविर सही से संचालित नहीं हो रहा है. कई ऐसे शिक्षक थे जिनको बैठने में भारी परेशानी हुई. शिविर में शिक्षकों को रुकने से लेकर भोजन का व्यवस्था किया गया था, लेकिन प्रशिक्षण के बाद रात में रुकने की कोई व्यवस्था नहीं थी. इसको लेकर शिक्षकों ने नाराजगी जाहिर की और सभी शाम को अपने घर चले गए.