संजीव शर्मा, कोंडागांव. छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के ग्राम आलोर झाटीबन की पहाड़ी गुफा पर मां लिंगेश्वरी विराजमान हैं. मां लिंगेश्वर गुफा मंदिर का द्वार साल में एक दिन के लिए खुलता है और हजारों भक्त माता के दर्शन करने आते हैं. हर साल की तरह इस साल मां लिंगेश्वरी मंदिर का द्वार बुधवार 3 सितंबर को खुलेगा। इस साल मंदिर के द्वार खुलने से दो दिन पहले सोमवार से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. माता के दर्शन करने छत्तीसगढ़ के साथ अन्य राज्यों से भी भक्त पहुंचे हैं.

मां लिंगेश्वरी मंदिर की मान्यता है कि यहां संतान की मन्नत पूरी होती है. सोमवार की शाम 5 बजे तक प्रदेश के दुर्ग, बालोद, चारामा, कोंडागांव, बस्तर, केशकाल, सिहावा, रायपुर, कुरूद, कोयलीबेड़ा, भानपुरी सहित अन्य राज्य ओडिशा और मध्यप्रदेश व अन्य प्रदेशों के करीब 300 से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके थे. 2 सितंबर मंगलवार को 2000 से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. अभी से लोग मंदिर के रास्ते पर चटाई बिछाकर बैठ गए हैं. सभी मंदिर खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

प्रशासन की तैयारी पूरी, 300 से अधिक जवान रहेंगे तैनात

बुधवार की सुबह मंदिर समिति के पुजारी विधिवत पूजा-अर्चना कर मंदिर का द्वार खोलेंगे. इसके बाद भक्त माता के दर्शन कर पाएंगे. मंदिर समिति व जिला प्रशासन सारी तैयारियां पूरी कर चुके हैं. वहीं सुरक्षा के तौर पर 300 से अधिक पुलिस जवान तैनात हैं. समिति से सेवा दल में 250 सदस्य शामिल हैं. चार जगहों पर वाहनों की पार्किंग की सुविधा भी रखी गई है. साथ ही श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर उपस्थित रहेंगे. स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा भंडारे का भी आयोजन की तैयारी की जा रही है, ताकि बुधवार को भक्तों की तकलीफ न हो.