दिल्ली. बंगाल की खाड़ी में बन रहे दबाव के कारण आए चक्रवाती तूफान तितली ने प्रचंड रूप ले लिया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, ओडिशा के गोपालपुर से 230 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान 18 किलोमीटर की रफ्तार से गंभीर स्तर को छूते हुए ओडिशा-आंध्रप्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है.
मौसम विभाग की सूचना के बाद ओडिशा सरकार ने पांच तटीय जिलों गंजाम, पुरी, खुर्द, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा में रहने वाले करीब दो लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री ने इन जिलों के जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि आपदा में कोई दुर्घटना न हो.
उन्होंने कल तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है. उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तट पर तितली के प्रभाव को देखते हुए खुर्द रोड और विजयानगरम के बीच रात 10 बजे से रेल सेवाए भी बंद कर दी गईं.
राज्य के मुख्य सचिव एपी पधी ने कहा कि पांचों असुरक्षित जिलों में एनडीआरफ और ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स के जवान पहले से ही तैनात हैं. जरूरत पड़ी तो सेना की भी मदद ली जाएगी. ओडिशा सरकार इस आपदा से निपटने को तैयार है. विशेष राहत संगठनों के कम-से-कम 300 इंजनयुक्त नौकाओं को विभिन्न जिलों में तैयार रखा गया है. हालात को देखते हुए वायु सेना और थल सेना को भी सूचना दे दी गई है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 11 अक्तूबर की सुबह 5.30 बजे चक्रवाती तूफान गोपालपुर और कलिंगपट्टनम के बीच ओडिशा और उत्तरी आंध्रप्रदेश के तट को पार करेगा. इसके असर से गंजाम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्द, नयागढ़, कटक, जाजपुर, भद्रक एवं बालासोर में भारी बारिश और कंधामल, बौधा एवं ढेंकनाल इलाके में भीषण बारिश हो सकती है. भारी बारिश के साथ 140 से 150 किलोमीटर की रफ्तार से तूफानी हवाएं भी चल सकती हैं.