सुशील सलाम, कांकेर। आठ बार जहरीले सर्पों के काटने के बावजूद भी परसोदा के गोटापारा का रहने वाला युवक एक बार फिर मौत की जंग जीत गया है. मामला जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर की दूर ग्राम परसोदा का है. सर्प दंश का शिकार हुए युवक का नाम कमलेश गोटा है.
परिजनों ने बताया कि युवक को 14 वर्ष की उम्र से 21 वर्ष की वर्तमान उम्र तक आठ बार सर्प ने काटा है. लेकिन हर बार समय पर सही इलाज होने के पर उसकी जान बचाई जा सकी है. कमलेश गोटा गांव के पूर्व सरपंच नंदा राम गोटा का पुत्र है. 14 साल की उम्र में उसे अपने ही घर के बाड़ी में जहरीले सांफ ने काटा था. जिससे अब तक 8 बार जहरीले सर्फ कमलेश को काट चुके हैं लेकिन हर बार युवक मौत की जंग जीत जाता है.
कल आठवीं बार सुबह आठ बजे के लगभग कमलेश अपने खेत में दवाई छिड़काव का काम कर रहा था तभी पैर में कुछ काटने का अहसास उसे हुआ फिर कुछ मिनटों बाद उस जगह पर झंझनाहट होने लगी. इस बात को कमलेश ने अपने पिता को बताया तब उसे तत्काल चारामा के रानी दुर्गावती शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लाया गया. जहां उसका तुरंत इलाज शुरू किया गया.
पिता नंदा राम गोटा ने बताया कि खेत में काम करते वक्त बेटे को सर्फ ने कराटा था जिसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. शाम तक उसे बेहोशी से हल्का असर रहने के कारण चिकित्सक की सलाह पर बहत्तर घंटे तक देखरेख में रखने की बात डॉक्टर ने की थी. जिसके बाद उसे होश आया है. अब तक कमलेश को आठ बार जहरीले सर्फ काट चुके हैं.
चिकित्सा अधिकारी डॉ पीताम्बर प्रधान ने बताया युवक को जहरीले सर्प ने काटा था. सही समय पर उसका उपचार करने से वह अब पूरी तरह खतरे से बाहर है.