भिलाई। हम 7 साल से सत्ता में नहीं, लेकिन चर्चा गांधी, नेहरू और पटेल की होती है. सावरकर, गोलवरकर की नहीं होती. सावरकर ने दो राष्ट्र बनाये. ये लोग कभी नाखून नही कटाए और हमें उपदेश देते हैं. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिविक सेंटर स्थित कला मंदिर में नेहरू क्यों? विषय पर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में कही.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भिलाई को नेहरू ने बनाया. नेहरू जिस भारत को देखना चहते थे, वो भारत भिलाई है. उन्होंने कहा कि कमजोर व्यक्ति अहिंसा नहीं कर सकता है. इस दौरान NEWS-24 – लल्लूराम डॉट कॉम के ‘आओ गांधी को ढूंढे’ कार्यक्रम का ज़िक्र करते हुए प्रशंसा की.

उन्होंने कहा कि WhatsApp यूनिवर्सिटी में बहुत गलत बातें कही जाती है. अखबार, टीवी, WhatsApp यूनिवर्सिटी के इस युग में अच्छी किताबें पढ़नी चाहिए, ताकि कोई गलत कहे तो खंडन करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोकतंत्र की क्या स्थिति है. किसान आंदोलन कर रहे हैं. आवाज उठाई तो देशद्रोही कहलाता है.

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि अफगानिस्तान के बारे में क्यों पीएम चर्चा नहीं करते हैं. कोयला नहीं है, आस्ट्रेलिया से क्यों नहीं आ रहा है कोयला, इसकी चर्चा नहीं हो रही है. यूपी में डीएपी चर्चा नहीं है. चीन से अमोनियम नाइट्रेट नहीं आ रहा है, इस पर चर्चा नहीं हो रही है. हिंदू-मुस्लिम को लड़ा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि  नेहरू जी रहते तो क्या अफगानिस्तान के मामले में चुप रहते क्या. विदेश नीति क्या है, कुछ भी हो रहा है. जम्मू कश्मीर अब राज्य नहीं रहा. नोटबंदी की पांचवीं बरसी थी, भाजपा ने कोई कार्यक्रम नहीं किए. नेहरू-गांधी के विचारों को विचार करके लेना चाहिए. गांधी जी के सामने जब‌ परिस्थितियां थी, तब फैसला लिए. अनेकता में एकता, ये हमारे हिंदुस्तान की खासियत है.