हाकिम नासिर,महासमुंद. जिले में शनिवार से ही पूरा दिन और रात शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है. सावन के तीसरे सोमवार पर जलाभिषेक करने वाले कांवरियों से श्वेत गंगा बम्हनेश्वर महादेव का माहौल शिवमय हो गया है. हजारों की संख्या में पहुंचे कांवरिए सोमवार को सिरपुर में भगवान शिव पर जल अर्पण करेंगे.

अलग-अलग इलाकों से आए कांवरिए शनिवार शाम से ही कांवर में जल लेकर पैदल सिरपुर के लिए रवाना हो गए हैं. महासमुंद के आस-पास सहित दूर-दूर से कांवरिए अपने साधनों से यहां पहुंचे है. कांवर में जल भरने के बाद वे 45 किमी की सिरपुर यात्रा के लिए रवाना हो गए हैं. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से अंदाजा लगाया जा रहा है कि सोमवार को करीब 20 हजार से अधिक कांवरिए सिरपुर के गंधेश्वर महादेव में जलाभिषेक करेंगे.

बम्हनी से सिरपुर तक जगह-जगह कांवरियों के जलपान के लिए शिवभक्तों की टोली निशुल्क सेवा दे रही है. रास्तेभर 40 से अधिक जगहों पर कांवरियों को जलपान कराया जा रहा है. बम्हनी से सिरपुर तक 40 किमी की दूरी कांवरिए नंगे पांव पदयात्रा करते हुए बोल बम का नारा लगाते पहुंचते हैं. पूरे रास्ते बोलबम का जयकारा गूंज रहा है. बम्हनी, बरोंडा बाजार में कांवरियों के लिए संगीतमय रामायण का आयोजन युवाओं ने किया तो महासमुंद शहर में कई स्थानों पर डीजे, आर्केस्टा और संगीतमय कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें थिरकते हुए कांवरिये आगे बढ़ते रहे.

कांवर यात्रा में शामिल होने जिले के अलावा गरियाबंद, रायपुर, धमतरी, दुर्ग व ओडिशा से बड़ी संख्या में कांवरिए पहुंचे हैं. कांवरिए सुबह से ही बम्हनी से जल लेकर पूजा-अर्चना के बाद रवाना होते रहे. आपको बता दें कि महासमुंद से पश्चिम दिशा में नौ किमी पर बम्हनी ग्राम में श्वेत गंगा कुंड है. हमेशा प्रवाहित होते रहने वाला जल लेकर कांवरिए जलाभिषेक करते हैं.

मान्यता है कि यहां की जलधारा गंगा के स्त्रोत से मिली हुई है. यही कारण है कि इसे श्वेत गंगा भी कहा जाता है. यहां पर तपस्यारत साधू ने जल स्त्रोत होने की जानकारी देते हुए खुदाई करने कहा था. इस जगह पर जल स्त्रोत के साथ शिवलिंग भी प्रकट हुआ. इस कारण आस-पास के क्षेत्र में यह काफी प्रसिद्ध है. शिवलिंग को बम्हनी के नाम से बम्हनेश्वर महादेव कहा जाता है.