कानपुर देहात. बुधवार को सारा देश जहां रावण का पुतला दहन कर दशहरा मना रहा था. वहीं कानपुर देहात में महामानव रावण की पूजा-अर्चना कर शोभा यात्रा निकाली गई. हजारों की संख्या में लोग ‘जय लंकेश-कटे कलेश’ के नारे लगाते रहे और हजारों की संख्या में लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली.

कानपुर देहात के पुखरायां इलाके में रावण का पुतला नहीं जलाया गया, बल्कि रावण की पूजा-अर्चना की गई. महामानव रावण की शोभा यात्रा निकाली गई. पूरे इलाके में रावण को घुमाया गया. हजारों की तादाद में लोगों ने ‘जय लंकेश-कटे क्लेश’ के नारे लगाए. ये सिलसिला लगभग 28 सालों से चला आ रहा है. कार्यक्रम आयोजक का कहना था कि महामानव रावण को नहीं जलाना चाहिए. महामानव रावण ज्ञानी थे और सर्वशक्तिमान थे. वहीं उनका कहना था कि 14 अक्टूबर सन 1964 को बाबा साहब ने नागपुर में बौद्ध धर्म की दीक्षा लेकर बौद्ध धर्म अपनाया था. इसी कड़ी को हम आगे बढ़ा रहे हैं और आज हजारों लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली है.

वहीं पहुंचे समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. ट्रैक्टर ट्राली से सवारी को बंद करने के मामले में कहा कि जनता के आम जीवन में ट्रैक्टर सबसे सस्ता और सुलभ साधन है, जिसके माध्यम से वह अपने कृषि कार्य साथ-साथ अन्य सभी प्रकार के कार्य निपटाने का कार्य करता है, इसलिए जनता के विरुद्ध योगी सरकार का यह निर्णय कहीं ना कहीं प्रदेश के किसानों के साथ घोर अन्याय है.

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वहीं सपा सांसद एसटी हसन ने गरबा नृत्य पर अजीबोगरीब बयान मामले में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि न मैंने उनका नृत्य देखा है, न ही मैंने कोई स्टेटमेंट ऐसा सुना है. इस संबंध में मैं कोई भी टिप्पणी बिना सुने जाने और समझे नहीं करूंगा.
उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर भव्य मेला में आए हुए सभी भाइयों बहनों को शुभकामनाएं देता हूं. आयोजक मंडल को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने इस आयोजन के माध्यम से समाज को एक वैज्ञानिक दिशा देने का प्रयास किया है. भारतीय संविधान के रास्ते में चलने का संकल्प लेकर स्वतंत्र राष्ट्र बनाने कि जो अभूतपूर्व पहल की है वह बहुत सराहनीय है.