दिल्ली पुलिस(Delhi Police) ने एक युवक को गिरफ्तार किया जिसने खुद को पैरा कमांडो लेफ्टिनेंट बताकर एक महिला से शादी का वादा किया और उससे 70 हजार रुपये की ठगी की। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी का सेना से कोई संबंध नहीं है। आरोपी की पहचान दीपांशु, निवासी कानपुर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके पास से आर्मी की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक, दीपांशु ने न केवल महिला बल्कि अपने माता-पिता को भी धोखा दिया था। उसने घरवालों को यह कहानी सुनाई थी कि उसका चयन एनडीए में हो गया है और वह ट्रेनिंग पर है। इसी झूठे दावे के आधार पर वह घर से निकला था। आरोपी को शाहदरा जिले की फर्श बाजार पुलिस चौकी की टीम ने गिरफ्तार किया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपी ने इस तरह की ठगी और कितने लोगों से की है।
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कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए शाहदरा के पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि 1 सितंबर को फर्श बाजार पुलिस स्टेशन में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। इस कॉल में भोला नाथ नगर, फर्श बाजार की रहने वाली 28 वर्षीय युवती दामिनी ने शिकायत दर्ज कराई। दामिनी ने आरोप लगाया कि आरोपी ने खुद को भारतीय सेना का लेफ्टिनेंट अधिकारी बताते हुए शादी का झूठा वादा किया और उसके साथ धोखाधड़ी की। पुलिस ने छानबीन के दौरान आरोपी के पास से आर्मी की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र बरामद किया। जांच में पता चला कि आरोपी का सेना से कोई संबंध नहीं है। उसने न केवल महिला बल्कि अपने माता-पिता को भी धोखा दिया था। घरवालों को उसने बताया था कि उसका चयन एनडीए में हो गया है और वह ट्रेनिंग पर है। इसी झूठी कहानी के आधार पर वह घर से निकला था।
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शाहदरा के पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि 1 सितंबर को फर्श बाजार थाने में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। शिकायतकर्ता दामिनी (28), जो भोला नाथ नगर की रहने वाली हैं और नोएडा में मेडिकल स्टोर चलाती हैं, ने पुलिस को बताया कि उनके साथ दीपांशु नाम के शख्स ने धोखाधड़ी की है। दामिनी के अनुसार, उनकी मुलाकात दीपांशु से एक शादी समारोह के दौरान किसी रिश्तेदार के जरिए हुई थी। आरोपी ने खुद को भारतीय सेना की पैरा कमांडो फ़ोर्स में लेफ्टिनेंट बताया। शुरुआती बातचीत के बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और कई बार दीपांशु आर्मी की वर्दी पहनकर दामिनी से मिलने भी आया। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी का सेना से कोई संबंध नहीं है। उसने न केवल युवती बल्कि अपने माता-पिता को भी यह झूठ बोला था कि उसका चयन एनडीए में हुआ है और वह ट्रेनिंग पर है। पुलिस ने आरोपी के पास से आर्मी की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किए हैं।
आरोपी ने भरोसा जीत लेने के बाद किसी-न-किसी बहाने से दामिनी से पैसे मांगना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे कई बार में उसने करीब 70,000 रुपये नकद और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए ले लिए। हालांकि, इसी दौरान दामिनी को दीपांशु पर शक हो गया। 1 सितंबर को जब आरोपी उससे मिलने आया, तो दामिनी ने पीसीआर कॉल करके पुलिस बुला ली। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को दबोच लिया। छानबीन में पता चला कि आरोपी का सेना से कोई संबंध नहीं है। उसने न केवल महिला बल्कि अपने माता-पिता को भी यह झूठ बताया था कि उसका चयन एनडीए में हुआ है और वह ट्रेनिंग पर है। पुलिस ने आरोपी के पास से आर्मी की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किए हैं।
दिल्ली पुलिस ने 23 वर्षीय दीपांशु, निवासी संजीव नगर, कानपुर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने खुद को सेना का लेफ्टिनेंट पैरा कमांडो बताकर एक महिला से शादी का झांसा दिया और करीब 70 हजार रुपये ठग लिए। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि दीपांशु का सेना से कोई संबंध नहीं है। उसके पास से आर्मी की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र बरामद किए गए हैं।
जांच के दौरान जब पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन खंगाला, तो उसमें पैरा कमांडो की वर्दी में उसकी कई तस्वीरें, नकली पहचान पत्र, एनडीए की रैंक सूची और फर्जी नियुक्ति पत्र मिले। पूछताछ में दीपांशु ने बताया कि उसके पिता सेना से हवलदार पद से रिटायर हो चुके हैं। उसने खुद भी एनडीए की परीक्षा दी थी, लेकिन असफल रहा। इसके बाद उसने अपने माता-पिता और आसपास के लोगों को झूठ बोलकर खुद को सेना में चयनित बताया और फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए।
उसने इंटरनेट से एनडीए पासआउट उम्मीदवारों की सूची निकाली, जिसमें संयोग से उसी के नाम का एक और अभ्यर्थी मिला। उसने वही सूची अपने माता-पिता को दिखाकर कहा कि उसका चयन हो गया है और घर से यह कहकर निकल गया कि वह एनडीए खड़कवासला में ट्रेनिंग के लिए जा रहा है।
महिला से मुलाकात और ठगी
बाद में एक शादी समारोह में उसकी मुलाकात दामिनी (शिकायतकर्ता) से हुई। उसने खुद को पैरा कमांडो लेफ्टिनेंट बताया और मेलजोल बढ़ाने लगा। आर्मी वर्दी पहनकर कई बार मिलने आया और धीरे-धीरे किसी-न-किसी बहाने से करीब 70,000 रुपये नकद और ऑनलाइन ले लिए।
फर्जी दस्तावेज बरामद
पुलिस जांच में आरोपी के मोबाइल से वर्दी में उसकी तस्वीरें, फर्जी आईडी कार्ड, नकली नियुक्ति पत्र और एनडीए की रैंक सूची बरामद हुईं। जांच में यह भी सामने आया कि दीपांशु ने अपने माता-पिता से भी झूठ बोला था और वे भी उसकी असलियत से अनजान थे। युवती की शिकायत पर पुलिस ने फर्श बाजार थाने में बीएनएस की धारा 168/204/205/318/319/340 के तहत मामला दर्ज किया और दीपांशु को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उससे आगे की पूछताछ की जा रही है।
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