कनाडा के ओंटारियो प्रांत में पंजाब मूल के तीन नेता मंत्री बन गए हैं। मंत्रिमंडल में यह फेरबदल एक मंत्री के ग्रीन बेल्ट घोटाले में शामिल होने के आरोप में दिए गए इस्तीफे के किया गया है।

मंत्री बनने वालों में पंजाब के मोगा में जन्मे 47 वर्षीय परम गिल, 30 वर्षीय प्रभमीत सरकारिया और जालंधर के बिलगा से संबंध रखने वालीं नीना तांगड़ी शामिल हैं।

प्रभमीत सरकारिया को पदोन्नत कर ट्रेजरी बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था। अब वह ओंटारियो प्रांत के ट्रांसपोर्ट मंत्री होंगे। वह ओंटारियों में पहले पगड़ी धारी सिख कैबिनेट मंत्री हैं। सरकारिया के माता-पिता 1980 के दशक में वहां बस गए थे। मोगा से संबंध रखने वाले परम गिल नागरिकता और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बनाए गए हैं। वे कम उम्र में कनाडा चले गए थे। वहीं, जालंधर के बिलगा से संबंध रखने वालीं नीना तांगड़ी को स्मॉल स्केल बिजनेस, जॉब क्रिएशन का सहायक मंत्री बनाया गया है।


मूल रूप से अमृतसर की रहने वालीं नीना तांगड़ी की शादी जालंधर के बिलगा गांव के अश्विनी तांगड़ी से इंग्लैंड में हुई थी। इसके बाद उनका परिवार कनाडा शिफ्ट हो गया। तांगड़ी परिवार ने ही इलाके में शिक्षा के प्रसार के लिए अपनी 2 एकड़ जमीन दान देकर डीएवी स्कूल खुलवाया था। इसकी लोकल कमेटी के चेयरमैन भी नीना तांगड़ी के पति हैं। 1984 में इंग्लैंड में रह रहे अश्विनी तांगड़ी से विवाह के बाद नीना तांगड़ी परिवार समेत कनाडा शिफ्ट हो गईं थीं। वहां उन्होंने अपनी इंश्योरेंस कंपनी शुरू की। वह समाज सेवा के कार्यों से भी जुड़ी हैं। उनकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए 1994 में प्रोग्रेसिव कंजरवेटिव पार्टी ने मिसीगासा स्ट्रीटविले से उन्हें चुनाव में उतारा। उन्होंने यहां से तीन चुनाव लड़े, लेकिन हार गईं। चौथी बार में नीना जीतीं और ओंटारियो के सीएम डग फोर्ड के मंत्रिमंडल में दूसरी बार चयनित हुईं।

Three leaders of Punjab origin became ministers in Ontario province of Canada