सुकमा. जिला सुकमा पुलिस को माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई है. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में जवानों की तेज सर्चिंग और सरकार की पुर्नवास योजना से प्रभावित होकर 8-8 लाख के दो इनामी माओवादी समेत तीन माओवादियों ने सुकमा पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. आत्मसमर्पण करने वालों माओवादियों में मुचाकी सुनीता, दिरदे जोगा जो की 8-8 लाख के इनामी थे अपने हथियार के साथ सरेंडर कर दिया है. जबकि एक माओवादी मिलिशिया सदस्य हेमला गंगा ने  बिना हथियार के सरेंडर किया है. ये तीन माओवादी बड़ी घटनाओं को अंजाम देने में शामिल थे.

8-8 लाख के इनामी नक्सली

पहला आत्मसमर्पित नक्सली मुचाकी सुनीता

मुचाकी सुनीता बटालियन नंबर 1, कंपनी नंबर दो, प्लाटून नंबर 3, सेक्शन बी सदस्या थी, जोकि इंसास हथियार के साथ लैस रहती थी. प्रशासन ने इस पर 8 लाख का इमान रखा था. ये नक्सली कोंटा क्षेत्र की रहने वाली है. नक्सली महिला मोर्चा की सुनीता ने बताया कि बटालियन में महिलाओं का कोई भी वजूद नहीं है सभी बड़े पद पर पुरुष काबिज हैं और लगातार बहुत दूर तक चलना पड़ता है जिससे बहुत परेशानी होती है. साथ ही बटालियन के लोग बहुत ज्यादा थक गए हैं. बटालियन के और भी सदस्य के साथ बात हुई जो संगठन छोड़कर मुख्यधारा में जुड़कर अपना जीवन जीना चाहते हैं.

आत्मसमर्पित नक्सलियों से पूछताछ में माओवादियों के विभिन्न शहरी नेटवर्क मददगारों सहित ऑपरेशन के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है. जिन पर आने वाले समय में कार्रवाई किया जाएगा. आत्मा समर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास योजना के तहत सहायता प्रदान किया जाएगा.

इन घटनाओं में थी शामिल

  • आत्मसमर्पित नक्सली मुचाकी सुनीता थाना भेज्जी क्षेत्र अंतर्गत धारा 11 मा्र्च 2017 को रोड निर्माण सुरक्षा ड्यूटी के लिए रवाना हुई सीआरपीएफ एवं जिला बल की पार्टी पर ग्राम बंकूपारा जाने वाले रोड के पास एम्बस लगाकर आईडी विस्फोट कर फायरिंग करने की घटना में शामिल थी. जिसमें सीआरपीएफ के 12 जवान शहीद हुए थे औऱ दो जवान घायल हो गए थे. इस घटना  के बाद नक्सलियों द्वारा जवानों के हथियार और राइफल समेत कई सामाग्री लूट कर ले गए थे.
  • थाना चिंतागुफा अंतर्गत 24 मार्च 2017 को रोड निर्माण सुरक्षा ड्यूटी के लिए रवाना हुई सीआरपीएफ एवं जिला बल की पार्टी पर ग्राम चिंतागुफा और बुर्कापाल के बीच निर्माणाधीन पुलिया के पास एम्बुस लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल थी. जिसमें सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद एवं 7 जवान घायल हो गए थे. इस घटना के बाद भी ये नक्सली शहीद जवानों के एवं घायल जवानों के 13 नग एके-47 राइफल, 59 मैगजीन राउंड समेत कई समाग्री अपने साथ ले गए थे.
  • थाना चिंतागुफा क्षेत्र अंतर्गत 24 जून 2017 को ग्राम टोंडाकरमा एंव दुरमा के मध्य जंगल में जिला बल एवं कोबरा पार्टी पर फायरिंग करने की घटना में शामिल थी. इस घटना में भी 3 जवान शहीद एवं 6 जवान घायल हो गए थे.

दूसरा आत्मसमर्पित नक्सली दिरदे जोगा

दिरदे जोगा प्लाटून नंबर 8 कमांडर, किस्टाराम एरिया कमेटी अन्तर्गत एसएलआर हथियार से लैस रहता था. जिस पर प्रशासन ने 8 लाख का इनाम रखा था. जो कि एर्राबोर क्षेत्र का रहने वाला था. इस इनामी नक्सली ने पूछताछ में खुलासा किया गया है कि दक्षिण बस्तर डिवीजन में माओवादियों द्वारा प्रमुख आधार व शरण क्षेत्र के स्ट्राम भेज्जी चिंतागुफा क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में पुलिस की फायरिंग से नक्सली संगठन के लोग डरे हुए हैं. ग्रामीण भी नक्सलियों का साथ नहीं दे रहे हैं इस कारण से संगठन छोड़ने की बात कहा गया एवं संगठन से आए और लोग मुख्यधारा से जुड़कर जीना चाहते हैं. ग्रामीण भी इस लड़ाई से परेशान हो चुके हैं आगे लड़ाई नहीं लड़ना चाहते हैं. जिससे संगठन कमजोर हुआ है.

इन घटनाओं में था शामिल

  • थाना चिंतागुफा अंतर्गत 24 मार्च 2017 को रोड निर्माण सुरक्षा ड्यूटी के लिए रवाना हुई सीआरपीएफ एवं जिला बल की पार्टी पर ग्राम चिंतागुफा और बुर्कापाल के बीच निर्माणाधीन पुलिया के पास एम्बुस लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल थी. जिसमें सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद एवं 7 जवान घायल हो गए थे. इस घटना के बाद भी ये नक्सली शहीद जवानों के एवं घायल जवानों के 13 नग एके-47 राइफल, 59 मैगजीन राउंड समेत कई समाग्री अपने साथ ले गए थे.
  • आत्मा समर्पित नक्सली मुचाकी सुनीता थाना भेज्जी क्षेत्र अंतर्गत धारा 11 मा्र्च 2017 को रोड निर्माण सुरक्षा ड्यूटी के लिए रवाना हुई सीआरपीएफ एवं जिला बल की पार्टी पर ग्राम बंकूपारा जाने वाले रोड के पास एम्बस लगाकर आईडी विस्फोट कर फायरिंग करने की घटना में शामिल थी. जिसमें सीआरपीएफ के 12 जवान शहीद हुए थे औऱ दो जवान घायल हो गए थे. इस घटना  के बाद नक्सलियों द्वारा जवानों के हथियार और राइफल समेत कई सामाग्री लूट कर ले गए थे.
  • थाना भेज्जी क्षेत्र अंतर्गत 18 परवरी 2018 को रोड निर्माण सुरक्षा ड्यूटी के लिए रवाना हुई पीआरजी पार्टी पर ग्राम एलारमडगू नाल के पास एम्बुश लगाकर फायरिंग करने तथा रोड निर्माण में लगे वाहनों पर आगजनी की घटना में शामिल था. जिसमें डीआर जी के दो जवान शहीद एवं 6 जवान घायल तथा एक आम नागरिक की मृत्यु हो गई थी.
  • थाना किस्टाराम थाना क्षेत्र अंतर्गत 13 मार्च 2018 को थाना किस्टाराम कैंप से कंसाराम जा रहे सीआरपीएफ के एएलएम वाहन को आईईडी ब्लास्ट कर फायरिंग करने की घटना में शामिल था. जिसमें 9 जवान शहीद एवं दो जवान घायल हो गए थे. इस घटना में शहीद हुआ घायल जवानों के 4 नग इंसास राइफल, मैग्जीन एवं इंसास के 220 राउंड को माओवादियों द्वारा लूट कर ले गए थे.

तीसरा आत्मसमर्पित नक्सली हेमला गंगा

हेमला गंगा जनमिलिशिया सदस्य चिंतलनार जो कि नक्सली संगठन में मिलिशिया के पद पर कार्यरत था. पुलिस की नक्सली अभियान बढ़ जाने के कारण नक्सली कमांडर पापाराव द्वारा धमकी दिया गया कि गांव में पुलिस ज्यादा आएगी तो गोली मारने की धमकी दिया गया जब गांव में पुलिस आई तो हेमला गंगा पुलिस के सामने आकर साथ ले जाने की बात कहीं. हेमला गंगा नक्सलियों के लिए राशन सप्लाई का काम करता था. तीनों नक्सलियों ने जिला सुकमा पुलिस के सामने सरेंडर किया है. सभी समर्पित नक्सली संगठन में सक्रिय होकर माओवादियों के लिए काम करते थे. पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने दो इनामी नक्सली को 10 हजार और एक को 5 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दिया है.