संदीप ठाकुर, लोरमी। अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र के तीन गांव यानी बिरारपानी, छिरहट्टा और तिलईडबरा गांव का जंगल से जल्द ही विस्थापन होना है. डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि टूरिज्म को बढ़ावा देने लगातार प्रयास जारी है.

जानकारी के मुताबिक अचानकमार टाइगर रिजर्व के घनघोर जंगल इलाके में 25 गांव के लोग निवासरत थे. इनमें 6 गांव का विस्थापन 2009 में NTCA की गाइडलाइन के अनुसार कर दिया गया है. इसमें तीन गांवों के लोगों का जल्द ही विस्थापन होने की विभागीय प्रक्रिया तेजी से शुरू हो गई है. इसको लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा है कि तीनों गांव का विस्थापन व्यवस्थित तरीके से हो इसके लिए उच्च स्तरीय बैठक के साथ प्रयास जारी है.

इसके साथ ही उन्होंने टाइगर रिजर्व में टूरिज्म के बढ़ावा को लेकर लगातार प्रयत्न करने की बात भी कही है. उन्होंने कहा कि ATR में टूरिज्म के बढ़ावा और उनके बेहतर सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए उच्चस्तरीय बैठक भी की गई है. विस्थापन की प्रक्रिया के संबंध में ATR के डीएफओ यूआर गणेश ने lalluram.com से बातचीत में बताया कि भारत सरकार से द्वितीय चरण के विस्थापन के लिए स्वीकृति प्राप्त हुई है. इसके तहत ही विस्थापन के लिए राशि की मांग की गई है. राशि मिलने के बाद विस्थापन का कार्य तेजी से किया जाएगा.