प्रतीक चौहान. रायपुर. गर्मियों के सीजन में ट्रेनें पूरी तरह हाउस फूल है. तत्काल टिकटों के लिए मारा-मारी हो रही है. लेकिन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर रेल मंडल का आलम ये है कि यहां आरपीएफ को टिकट दलाल नहीं मिल रहे है.
यही कारण है कि शादियों के भरी सीजन में भी आरपीएफ टिकट दलालों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है. कुछ दिनों पूर्व गांजा तस्करों को लेकर ड्राइव चलाया गया था, इस दौरान कुछ तस्करों पर कार्रवाई हुई. लेकिन अब ये कार्रवाई भी ठंडे बस्ते में चली गई है.
लेकिन हकीकत ये है कि राजधानी रायपुर में बड़े पैमाने में रेल टिकटों की कालाबाजी होती है. लेकिन फिर भी ये टिकट दलाल आरपीएफ की पकड़ से बाहर है. वहीं इस संबंध में रायपुर रेल मंडल के आरपीएफ कमांडेंट का कहना है कि टिकट दलालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है और सूचनाओं के आधार पर कई लोगों पर नजर रखी गई है, जल्द कुछ बड़े टिकट दलालों पर कार्रवाई करने की बात उन्होंने कही है.
… तो क्या टिकट काउंटर से गायब हो गए दलाल
आरपीएफ ने पिछले कुछ वर्षों से आरक्षण केंद्रों से टिकट दलालों को नहीं पकड़ा है. तो क्या इसका मतबल ये समझा जाए कि आरक्षण केंद्र दलाल मुक्त हो गए ? लेकिन हकीकत इसे परे है. मुख्य आरक्षण केंद्रों के अलावा अन्य आरक्षण केंद्र में अक्सर टिकट दलाल दिख जाते है. लेकिन आरपीएफ के लिए ये दलाल मिस्टर इंडिया बनकर काम कर रहे है, या यू कहे तो चाहकर भी आरपीएफ इन्हें देखना नहीं चाहती है.