सिवनी। पेंच नेशनल पार्क में एक बाघ का पांच दिन पुराना शव मिला है। शव जंगल के एक गड्ढे से बरामद हुआ है। प्रांरभिक जांच में बाघ की मौत करंट से होने के साक्ष्य मिले हैं। मामले में फतेहपुर गांव से दो आरोपियों को वन विभाग ने गिरफ्तार किया है।

संदिग्ध हालत में शव मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने डॉग स्क्वायड की मदद से सर्चिग अभियान शुरु किया। डॉग बाघ के हत्यारों को खोजते हुए एक किलोमीटर दूर आरोपियों के घर के सामने जा कर रुक गया। घर में ताला लगा हुआ था। बाद में वन विभाग के अमले ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। दोनों सगे भाई बताए जा रहे हैं।

मृत बाघ की उम्र करीब 10 साल बताई जा रही है। यह क्षेत्र गोरखपुर बीट का जंगल है जो कि फतेहपुर गांव से लगा हुआ है। जांच में इस बात की जानकारी सामने आई है कि शिकारियों ने फतेहपुर बस्ती के पास मौजूद 11 केवी बिजली लाइन से शिकारियों ने कटिया फंसाकर तार जंगल में फैलाए थे। बताया जा रहा है कि शिकारियों ने बिजली के तार नीलगाय या हिरण के शिकार के लिए जंगल में फैलाए थे। लेकिन करंट युक्त तार की चपेट में बाघ के आने से उसकी मौत हो गई। जिसके बाद बाघ के शव को गड्ढे में फेंक दिया।

बताया जा रहा है कि जिस दौरान बाघ करंट की चपेट में आया तो हुए शार्ट सर्किट से वहां मौजूद सूखी घास जल गई थी। मौके से जीआई तार का टूटा टुकड़ा और करंट लगाने के लिए उपयोग की गई खूंटियां बरामद हुई है। मौके पर बाघ को घसीटकर गड्ढे में फेंकने के निशान मिले हैं। मामले में और भी आरोपियों के शामिल होने का अंदेशा जताया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद अधिकारियों की उपस्थिति में बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।