नीलम राज शर्मा, पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger Reserve) से दुख भरी खबर आई है। मदर ऑफ पन्ना टाइगर रिजर्व कही जाने वाली बाघिन टी-1 अब नहीं रही। मनोर परिक्षेत्र में उसका लगभग एक सप्ताह पुराना शव मिला है। वन्य कर्मियों ने उसका ससम्मान अंतिम संस्कार किया। उसकी मौत कैसे हुई, अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। पार्क प्रबंधन इसकी जांच कर रहा है।
बाघिन टी-1 की उम्र करीब 17 साल थी। उसे साल 2009 में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से तब लाया गया था, जब पार्क टाइगर विहीन हो गया था। उसके बाद इसके बच्चों ने इस पार्क को आबाद किया। इसे क्वीन ऑफ पन्ना टाइगर रिजर्व और मदर ऑफ पन्ना टाइगर रिजर्व भी कहा जाता था। आज बाघिन टी-1 की वजह से ही पन्ना में लगभग 80 से भी ज्यादा बाघ हैं। बाघिन टी-1 उजड़े हुए पन्ना टाइगर रिजर्व को फिर से बसाने में प्रमुख भूमिका अदा की थी।
प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार इस बाघिन को बांधवगढ़ से 4 मार्च 2009 को लाया गया था। बाघिन 5 बार गर्भवती हुई और उसने कुल 13 शावकों को जन्म दिया है। जुलाई 2016 में एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया था। बाघिन टी-1 पर कई फिल्म भी बन चुकी हैं।
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