कार एक कॉम्प्लेक्स मशीन है जिसमें हजारों जटिल कंपोनेंट्स शामिल होते हैं. ये कंपोनेंट्स मिलकर यह सुनिश्चित करते हैं कि कार बेहतर तरीके से चले. कार का सस्पेंशन सिस्टम (निलंबन प्रणाली) एक ऐसा जटिल कंपोनेंट है जो वाहन के साथ-साथ उसमें बैठे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है. साथ ही, यह सड़क की सतह से आने वाले झटकों को एब्जॉर्ब करके वाहन में सवार लोगों के लिए एक आरामदायक राइडिंग एक्सपीरियंस सुनिश्चित करता है. हालांकि, इतना महत्वपूर्ण कंपोनेंट होने के बावजूद, सस्पेंशन सिस्टम की अक्सर उपेक्षा की जाती है.
सड़क के गड्ढों से बचें
कार के सस्पेंशन के लिए गड्ढे काफी नुकसानदायक होते हैं. इनसे जितना संभव हो बचना चाहिए या अगर आपको किसी और रास्ते की जानकारी हो तो गड्ढों वाले रास्तो को ही अवॉयड कर देना ही बेहतर विकल्प होता है. इस तरह के रास्ते पर चलने से न केवल सस्पेंशन ख़राब हो सकता है, बल्कि टूट भी सकता है. जिससे आपका फिजूल का खर्चा बढ़ सकता है.
लिमिटेड सामान रखें
हर वाहन के सस्पेंशन की वजन ढोने की एक छमता होती है. अपनी कार में उसी अनुपात में सामान रखें. जरूरत से ज्यादा सामान या लोड करना सस्पेंशन के लिए नुकसानदायक होता है. ऊपर से अगर रास्ता सही नहीं होगा, तो नुकसान के चांस और भी ज्यादा हो जाते हैं.
हैवी एक्सेसरीज
कई बार लोग बाहर से कार में हैवी एक्सेसरीज लगवा लेते हैं ऐसे में कार का वजन भी बढ जाता है और वजन ज्यादा होने से सस्पेंशन पर भी काफी जोर पड़ता है. इससे सस्पेंशन के कमजोर होने और खराब होने का खतरा बढ़ जाता है.
हमेशा हाई-क्वालिटी वाले पार्ट्स का इस्तेमाल करें
सस्पेंशन पार्ट्स को बदलते समय, हाई-क्वालिटी वाले पार्ट्स का इस्तेमाल करना सुनिश्चित करें जो खास वाहन के लिए डिजाइन किए गए हैं. हमेशा सिर्फ निर्माता द्वारा सुझाए गए पार्ट्स का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. आफ्टरमार्केट से सस्ते और कम गुणवत्ता वाले पार्ट्स का उपयोग करने से शुरुआत में लागत बचाई जा सकती है, लेकिन बाद में यह ज्यादा समस्याएं पैदा कर सकती है और सुरक्षा से भी समझौता कर सकती है.
घिसे-पिटे पार्ट्स को बदलें
एक सस्पेंशन सिस्टम में स्प्रिंग्स, शॉक एब्जॉर्बर, स्ट्रट्स, कंट्रोल आर्म्स और बॉल जॉइंट्स सहित कई पार्ट्स होते हैं. यदि इनमें से कोई भी खराब हो जाता है, तो पूरे सस्पेंशन सिस्टम में खराबी का खतरा पैदा हो जाता है. सस्पेंशन के घिसे-पिटे पार्ट्स वाहन को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं और सुरक्षा संबंधी खतरे भी पैदा कर सकते हैं. इसलिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह ठीक से काम करे, सस्पेंशन सिस्टम के घिसे-पिटे पार्ट्स को हमेशा बदलें. हर 80,000-100,000 किलोमीटर पर शॉक एब्जॉर्बर्स और स्ट्रट्स को बदलने की सिफारिश की जाती है. हालांकि, ड्राइविंग के तौर तरीकों और सड़क की स्थिति के आधार पर रिप्लेसमेंट की अवधि अलग-अलग हो सकती है.
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