दिल्ली में BJP अल्पसंख्यक मोर्चा ने देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए जामा मस्जिद से मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों नागरिकों के साथ एक भव्य तिरंगा यात्रा (Tiranga Yatra)का आयोजन किया. यह यात्रा जामा मस्जिद की सीढ़ियों से आरंभ हुई, जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं, बच्चे, युवा और बुजुर्ग शामिल हुए, जो जोश और उत्साह से भरे हुए थे.
सभी के हाथों में तिरंगा लहराता हुआ था, और उनकी आंखों में देशभक्ति की चमक झिलमिला रही थी. लबों पर आजादी के जश्न के गीत गूंज रहे थे. इस अवसर पर जामा मस्जिद से लाल किले तक के मार्गों पर ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’ और ‘हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद’ के नारों की गूंज सुनाई दी. लोगों ने तिरंगे की गरिमा को बढ़ाते हुए माहौल को देशप्रेम के रंग में रंग दिया.
हर धर्म से ऊपर भारत राष्ट्र है और रहेगा
इस यात्रा का नेतृत्व दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने किया. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में सचदेवा ने बताया कि जामा मस्जिद से लाल किले तक की इस तिरंगा यात्रा के माध्यम से हमने एक महत्वपूर्ण संदेश देने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि यह यात्रा जामा मस्जिद से शुरू होकर लोकतंत्र के प्रतीक लाल किले तक निकाली गई.
सचदेवा ने कहा कि हमने यह स्पष्ट किया है कि भारत राष्ट्र किसी भी धर्म से ऊपर है और हमेशा रहेगा. हमारे मुसलमान भाई-बहनों ने जब तिरंगा उठाकर देश के प्रति अपने प्रेम का प्रदर्शन किया, वह एक प्रेरणादायक उदाहरण है.
बीजेपी द्वारा दिल्ली में तिरंगा यात्रा पिछले चार दिनों से आयोजित की जा रही है, और बुधवार को इसका समापन होगा. इस यात्रा में दिल्ली के 256 मंडलों में से 52 मंडलों में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें बीजेपी के प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्ष सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि तिरंगा यात्रा में शामिल मुस्लिम बच्चियों ने, जो मदरसे में पढ़ाई कर रही हैं, अपने हाथों में तिरंगा और गले में तिरंगे का पटका पहनकर भाग लिया. उन्होंने यह भी बताया कि तिरंगा हमारी पहचान, एकता और भारत की आन-बान-शान का प्रतीक है.
जामा मस्जिद के लाेगाें के लिए ऐतिहासिक दिन- आतिफ राशिद
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष आतिफ राशिद ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि आज जामा मस्जिद क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, जब बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे तिरंगा लेकर अपने देश के प्रति प्रेम व्यक्त कर रहे हैं. हमारे लिए देश सबसे पहले है, और देशभक्ति किसी एक धर्म की नहीं, बल्कि हर भारतीय के दिल की गूंज है.
उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता में सभी समुदायों का योगदान रहा है, और इसलिए आज हम सभी देशवासी उन शहीदों के बलिदान को एक साथ याद करते हैं. यह संभव हो पाया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कारण, जो वास्तव में सबका साथ और सबका विकास के लिए प्रतिबद्ध है.
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