गाड़ी के टायर का फटना एक साथ कई परेशानियों और खर्चों को न्योता देती है. बहुत बार ऐसा देखा गया है कि गाड़ी चलते रहने के दौरान ऐसा हो जाता है, जिससे ड्राइवर का कंट्रोल गाड़ी के ऊपर से हट जाता है. ऐसा टायर के बहुत पुराने हो जाने की वजह से या एक जगह पर बहुत लंबे समय तक गाड़ी को खड़ा रखने जैसे कारणों की वजह से होता है. चलती गाड़ी में ऐसा होने से इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. कई दुर्घटनाओं का मुख्य कारण टायर फटने से संबंधित समस्याओं से होता है.

टायर किसी भी वाहन का एक सबसे जरुरी अंग होता है. लोग उसपर ध्यान नहीं देते लेकिन ये टायर आपकी कार की माइलेज और आपकी सुरक्षा में महत्वपूर्ण भुमिका अदा करते हैं. इसलिए जरूरी है कि टायर को हमेशा मेंटेंन रखें और समय-समय पर उसकी जांच करते रहें. आईए जानते हैं टायर मेंटेनेंस के लिए जरूरी कुछ टीप्स. Read More – भारत में लॉन्च होंगे Tecno Phantom X2 Series के दो नए स्मार्टफोन, जानें कीमत और फीचर्स …

सबसे पहली सावधानी तो हमे ये बरतनी चाहिए की टायर मे हमेशा सही एयर-प्रेशर बना के रखें और नियमित रूप से टायर की जांच करते रहे विशेषकर टायर के किनारों की जिसे साइड-वाल भी कहते है, क्योंकि अब ज्यादातर टायर ट्यूबलेस ही आते है. जिनमें पंचर होने पर फटने की संभावना ना के बराबर होती है पर साइड-वाल फटने का खतरा होता है, तो यदि साइड-वाल में कोई कोई हिस्सा कटा-फटा या फूला हुआ सा दिखे तो उसे नजर-अंदाज नहीं करें. हमेशा नियंत्रित गति मे ही चलें.

अब बात करते हैं चलती गाड़ी में टायर फटने पर क्या करना चाहिए, सबसे पहला काम तो ये घबराना बिल्कुल भी नहीं है. घबराहट मे बड़े बड़े महारथी भी गलतियाँ कर जाते है. दूसरा ये की तुरंत और झटके से ब्रेक बिल्कुल भी नहीं लगाना है. टायर फटने से वाहन का रिम स्वयं सड़क से रगड़ कर इतना घर्षण उत्पन्न करता है की वाहन खुद ही रुक जाएगा. आपको बस ऐक्सेलरैटर का प्रयोग नहीं करना है, ऐक्सेलरैटर से धीरे धीरे पाँव हटा लें. कोई भी दुर्घटना होने पर हमारी स्वाभाविक प्रतिक्रिया यही होती है की तुरंत ब्रेक मारना है पर इस स्थिति मे ऐसा करने से और बुरा हो सकता है. Read More – Safe Driving Tips : वाहन चलाते समय भूल से भी न करें ये 3 काम, वरना हो सकता है जान को खतरा …

जितना हो सकते उतना ज्यादा गाड़ी को एक सीधी रेखा में रखने की कोशिश करें, हैन्डल या स्टिरिंग पर बल प्रयोग इतना ही करे जितना वाहन को सीधा करने के लिए आवश्यक हो. बहुत ज्यादा बल प्रयोग से वाहन और ज्यादा अनियंत्रित हो सकता है. जब वाहन की गति कम हो जाने पर हल्का सा ब्रेक लगा सकते है जिससे वाहन और जल्दी रुक जाए.