Tirupati Laddu Controversy: विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Temple) के लड्डू प्रसादम में बीफ और सूअर की चर्बी और मछली के तेल मिलाने के खुलासे ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। तिरुपति लड्डू (Tirupati Laddu) में बीफ और सुअर की चर्बी से मंदिर की अपवित्रता को खत्म करने और शुद्धिकरण के लिए आज महा शांति होम किया जा रहा है। इस होम का आयोजन श्रीवारी (श्री वेंकटेश्वर) मंदिर में बंगारू बावी (स्वर्ण कुआं) यज्ञशाला (अनुष्ठान स्थल) में हो रहा है।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के आदेश के मुताबिक अपवित्रता को ठीक करने के लिए तिरुमाला में आज (सोमवार) को शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण यानी की होम का आयोजन किया जा रहा है। मंदिर के शुद्धिकरण के लिए हो रहे इस होम का आयोजन श्रीवारी (श्री वेंकटेश्वर) मंदिर में बंगारू बावी (स्वर्ण कुआं) यज्ञशाला (अनुष्ठान स्थल) में किया जा रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने इसकी जांच के लिए अब स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन कर दिया है। सरकार ने जिस SIT का गठन किया है, उसकी निगरानी इंस्पेक्टर जनरल (IG) या इसके ऊपर के स्तर के अधिकारी करेंगे। एसआईटी सभी कारणों की जांच करेगी, जिसमें सत्ता का गलत इस्तेमाल भी शामिल है। जांच के बाद रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का कहना है कि सरकार इसे लेकर सख्त कदम उठाएगी, जिससे लड्डू में मिलावट जैसी घटनाएं दोबारा ना हों।
11 दिन के उपवास पर डिप्टी CM पवन कल्याण
तिरुपति लड्डू (Tirupati Laddu) प्रसाद विवाद से आहत आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM पवन कल्याण 22 सितंबर से से 11 दिन के उपवास पर हैं। पवन कल्याण ने बताया कि वह रविवार सुबह नंबूर के श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दीक्षा धारण करेंगे। 11 दिनों के बाद वह श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करेंगे।11 दिनों के प्रायश्चित दीक्षा यानी उपवास पर जाने से पहले पवन कल्याण ने एक मैसेज भी लिखा।
पवन कल्याण ने लिखा, “हे, बालाजी भगवन! क्षमा करें प्रभु। तिरुमाला लड्डू प्रसाद जिसे अत्यंत पवित्र माना जाता है… पिछले शासकों की अनियंत्रित प्रवृत्ति के परिणामस्वरूप अपवित्र हो गया था। पशु मेदों के अवशेषों से दूषित हो गया था। ऐसे पाप क्रूर मन वाले ही करते हैं। इस पाप को प्रारम्भ में न पहचान पाना हिंदू जाति पर कलंक की मानिंद है।
लड्डू में बीफ की चर्बी और फिश ऑयल होने का नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ने किया कंफर्म
बता दें कि लड्डू में बीफ की चर्बी और फिश ऑयल होने का नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ने भी कंफर्म किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि प्रसाद के तौर इन लड्डुओं का वितरण न केवल श्रद्धालुओं के बीच किया गया, बल्कि भगवान को भी प्रसाद के तौर पर यही लड्डू चढ़ाया जाता था।
सीएम नायडू ने खुद किया था सनसनी खेज खुलासा
बता दें कि 19 सितंबर 2024 को आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने हिंदुओं के आस्था के सबसे बड़े केंद्रों में से एक तिरुपति बालाजी मंदिर के ‘लड्डू प्रसादम’ में जानवरों की चर्बी मिलाने के सनसनीखेज दावा किया था। सीएम नायडू ने पूर्ववर्ती YSRCP सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनलोगों के सरकार में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होती थी। । सीएम नायडू ने पूर्ववर्ती YSRCP सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनलोगों के सरकार में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होती थी। हमारे शासनकाल में अब शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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