नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी ने पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा पर चिंता जताते हुए कुछ न कर पाने की अपनी असमर्थता पर घुटन महसूस होने की बात कहते हुए सदन में भाषण के दौरान इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफा दिए जाने को ममता बैनर्जी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि बंगाल में जिस तरह की हिंसा हो रही है, उस पर कुछ नहीं कर पाने से महसूस हो रही घुटन का जिक्र किया. उन्होंने पार्टी को राज्यसभा में भेजने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि बंगाल में हो रही हिंसा पर कुछ न कर पाने से उन्हें घुटन महसूस हो रही है. उन्होंने कहा कि मेरी आत्मा कह रही है कि अगर तुम यहां बैठे रहकर कुछ नहीं कर सकते हो तो इस्तीफा दे दो. जिस पर मैं राज्यसभा से इस्तीफा दे रहा है. मैं अपने देश और बंगाल के हमेशा काम करता रहूंगा.

त्रिवेदी अपने अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के कसीदे भी पढ़ें हैं, जिससे यह कयास लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं. दिनेश त्रिवेदी वरिष्ठ सांसद हैं. कांग्रेस और जनता दल में रहने के बाद उन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ज्वाइन की थी. वर्ष 2009 में वे पहली बार टीएमसी की टिकट पर बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र से चुने गए थे. वे अब तक दो बार लोकसभा और तीन बार राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं.