नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए मंगलवार को खुले में आग जलाने के खिलाफ अभियान शुरू करने की घोषणा की. इसके तहत शहर में विभिन्न विभागों की 550 टीमों को तैनात किया जाएगा. गोपाल राय ने कहा कि आज हमने विभिन्न विभागों के साथ एक संयुक्त बैठक की, जिसमें हमने प्रदूषण के खिलाफ अपनी लड़ाई को मजबूत करने के लिए 5 फैसले लिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के प्रमुख स्रोत डस्ट, वाहनों से निकलने वाला धुआं, खुले में कचरा जलाना और पराली जलाना है. पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने पर नियंत्रण है, लेकिन हम अपने राज्य में खुले में आग जलाने से निकलने वाले प्रदूषण को नियंत्रित कर सकते हैं, जिसके लिए हमने खुले में आग जलाने के खिलाफ अभियान चलाने का फैसला किया है.

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गोपाल राय ने संबंधितों के साथ संयुक्त बैठक के बाद कहा कि राजधानी में खुले में आग लगाने की घटनाओं की निगरानी के लिए कुल 550 टीमों का गठन किया गया है. इनमें से 304 को सुबह और 246 को शाम को दिल्ली की सड़कों पर तैनात किया जाएगा. डीपीसीसी, एमसीडी, डीडीएमसी, डीडीए, डीसीबी, विकास, राजस्व एवं सिंचाई एवं बाढ़ विभाग समेत दस विभाग इस अभियान को चलाएंगे. मंत्री ने लोगों से ग्रीन दिल्ली एप पर खुली आग के संबंध में शिकायत दर्ज करने का भी आग्रह किया. बताया गया कि धूल विरोधी अभियान का पहला चरण डीपीसीसी इंजीनियरों की 17 टीमों और ग्रीन मार्शल की 14 टीमों द्वारा चलाया गया. वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार खुले में आग जलाने के खिलाफ अभियान चलाएगी.