रायपुर. आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग जोड़ों, स्लिप डिस्क और पीठ में दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए मकरासन योग काफी मददगार होता है. इस आसन को क्रोकोडाइल पोज भी कहा जाता है. इस आसन को करते समय हमारा शरीर मगरमच्छ की तरह दिखता है. मगरमच्छ को संस्कृत में मकर कहते हैं, इसलिए इस योग का नाम मकरासन पड़ा. ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ पीठ या रीढ़ की समस्या से हमें राहत पहुंचाता है. आइए मकरासन योग के और फायदे जानते हैं.

मांसपेशियां बनती है मजबूत और लचीली
इस आसन का अभ्यास करने से कंधे और रीढ़ की मांसपेशियों में तनाव कम होता है और मांसपेशियां मजबूत और लचीली बनती है इसलिए लोग मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं से निजात पाने के लिए मकरासन का अभ्यास करते हैं. हिप्स की मांसपेशियों को बेहतर बनाने में भी यह आसन फायदेमंद है.


अस्थमा की बीमारी करे ठीक
मकरासन का अभ्यास करते समय गहरी सांस लेने एवं छोड़ने की प्रक्रिया से अस्थमा की बीमारी ठीक हो जाती है. इसके अलावा घुटनों में दर्द एवं फेफड़े से जुड़ी समस्याएं भी खत्म हो जाती है.


स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या से निजात
प्रतिदिन सही तरीके से मकरासन का अभ्यास करने से स्पॉन्डिलाइटिस की बीमारी से निजात मिलता है. इस आसन को करने से साइटिका और स्लिप डिस्क की समस्या भी दूर हो जाती है. इसके अलावा यह आसन शरीर के छोटे-छोटे विकारों को भी दूर कर देता है. घुटनों के दर्द को दूर करने में भी यह आसन फायदेमंद होता है.


हाइपरटेंशन, हृदय रोगों से बचाए
मकरासन का अभ्यास करने से हाइपरटेंशन, हृदय रोगों एवं मानसिक रोगों से छुटकारा मिलता है इसलिए इन रोगों से बचने के लिए प्रतिदिन मकरासन का अभ्यास करना चाहिए. पैर के दर्द को दूर करने में भी यह आसन बहुत सहायक होता है.


शरीर की थकान और दर्द से राहत
यह आसन शरीर की थकान और दर्द से राहत प्रदान करने, गर्दन की अकड़न को कम करने, पेट की मांसपेशियों को टोन करने और कब्ज की समस्या को दूर करने के साथ ही पेट से जुड़ी कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है.


मकरासन करने की विधि
1- इस आसन को करने के लिए खुली जगह का चयन कर लें और मैट को बिछा कर उसपर पेट के बल लेट जाइए.
2-इसके बाद दोनों कोहनियों को जमीन पर रखें और अब बिना कोहनियों को उठाए सिर और कंधों को ऊपर की तरफ ले जाएं.
3-हथेलियों का स्टैंड ( कप के आकार) बनाकर इस पर ठुड्डी को रख लें और गहरी सांस लें व गहरी सांस छोड़ें.
4-अगर इस क्रम में कमर पर ज्यादा बल पड़ता है तो कोहनियों को हल्का और फैला दें. इन सारी चीजों को करने के बाद आप मकरासन की पुजिशन में आ जाएंगे.
5 -अब धीरे-धीरे दोनों पैरों को नीचे से ऊपर लेकर जाएं, फिर धीरे-धीरे नीचे से ऊपर लेकर जाएं. यह एक चक्र होता है, इस तरह से दस चक्र कर सकते हैं.


इन लोगों को नहीं करना चाहिए मकरासन
1-अगर आप गंभीर कमर दर्द या पीठ दर्द और गर्दन के दर्द से परेशान हैं या इन अंगों में किसी तरह की चोट लगी हो तो मकरासन का अभ्यास करने से बचें अन्यथा यह आपकी समस्या को बढ़ा सकता है.
2- यदि स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या से आप परेशान हों तो मकरासन का अभ्यास करने से पहले एक बार विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
3-मकरासन का अभ्यास करते समय शरीर को सीधे रखें और किसी भी कोण पर घुमाएं नहीं अन्यथा शरीर में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती है.
4-अगर आपको अधिक मोटापे और उच्च रक्तचाप की समस्या हो, तो मकरासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए.

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