रायपुर। 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान खरीदी के लिए अनुमति देने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने कांग्रेस 5 से 12 नवंबर तक ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन करेंगी, फिर 15 नवंबर को दिल्ली में बड़ा धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी.

राजीव भवन में छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ पत्रकारों को संबोधित करते सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस सरकार किसानों को प्रति क्विंटल धान के लिए 2500 रुपए देने को प्रतिबद्ध हैं. लेकिन सरकार अपने नियमों को शिथिल करने को तैयार नहीं है. हमारी सरकार का कहना है कि दो साल पहले आपने नियम शिथिल किया तो अब करने में क्या दिक्कत है. हम केंद्र सरकार से केवल अनुमति मांग रहे हैं, पैसा को राज्य सरकार देगी.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर धान खरीदी की अनुमति देने के लिए 5 नवंबर से प्रदेश के गांवों में किसानों के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा. इसे ब्लॉक स्तर के बाद जिला स्तर पर एकत्रित कर राजधानी में लाया जाएगा. प्रदेश भर से एकत्रित हस्ताक्षर पत्रों के साथ 13 नवंबर को कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में सड़क के जरिए दिल्ली कूच करेंगे.

इसके पहले पीएल पुनिया ने पत्रकारों को बताया कि 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर 15 नवंबर को दिल्ली में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ छत्तीसगढ़ के लोग, किसान और अन्य वर्ग के लोग शामिल रहेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में जीडीपी में 3 प्रतिशत घटा है. पिछले साल अक्टूबर महीने की तुलना में इस साल अक्टूबर महीने में कोर सेक्टर में विकास की दर में 5.23 प्रतिशत की कमी आई है. जीएसटी कलेक्शन भी कम हुआ है, क्योंकि देश में खरीदारी कम हुई है.

उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी का असर अगर छत्तीसगढ़ में नजर नहीं आ रहा है तो इसकी वजह है कि किसानों के हाथ में पैसा है. केंद्र सरकार को अगर आर्थिक गतिविधियों में कमी की वजह समझ नहीं आ रही है, तो छत्तीसगढ़ का फार्मूला अपना सकती है. इससे पूरे हिन्दुस्तान में मंदी को कम किया जा सकता है. पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के अलावा मंत्री ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा, शिव डहरिया, प्रेमसाय सिंह व अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे.