रायपुर। राजधानी के जैनम मानस भवन में आचार्य महाश्रमण ने दीक्षार्थियों का अभिनंदन किया. रविवार को इन दीक्षार्थियों को दीक्षा दिया जाएगा. इस दौरान डॉक्टर वीरबाला छाजेड़ द्वारा लिखी गई किताब का भी आचार्य महाश्रमण ने विमोचन किया.
किताब ‘अस्तित्ववाद’ के विमोचन के बाद डॉ वीरबाला छाजेड़ ने कहा यह शोध ग्रंथ है और इस किताब में आचार्य महाप्रज्ञ और वेस्टर्न थिंकर्स जीन-पॉल सारत्रे के विचारों के समावेश है. वर्तमान में हम काफी समस्याओं से जूझ रहे हैं. कभी-कभार हम इतने चिंतित हो जाते हैं कि हमें कोई रास्ता नजर नहीं आता. उन्हें इस किताब का अध्ययन करना चाहिए.
कार्यक्रम के आयोजक महेंद्र धाड़ीवाल ने कहा कि आज तेरापंथ धर्म संघ का कार्यक्रम है. रविवार को सुबह 9 बजे इसी प्रांगण में गुरुदेव के द्वारा दीक्षा दी जाएगी. जैन भगवती दीक्षा का हमारे समाज में बहुत ही महत्व है. मानव जीवन के लिए बहुत ही अच्छे कार्य आचार्य महाश्रमण ने किए है.
दीक्षा लेने वाले राहुल ने कहा कि आचार्य महाश्रमण का घर में भी पदार्पण हुआ है, वे उनकी जीवनी से बेहद प्रभावित हुए हैं. उन्हें खुशी हो रही कि वे इतने कम उम्र में दीक्षा ले रहे हैं। साथ ही राहुल के पिता ने गर्व महसूस करते हुए कहा कि आचार्य महाश्रमण की उंगली पकड़कर जो चला है, उसकी नैया पार हो गई है. मैने अपने दोनों पुत्रों को दीक्षा दिलवाई है.
आचार्य महाश्रमण की सेवाभावना से प्रभावित होकर जैनम मानस भवन में तेरापंथ प्रोफेशलन फोरम की ओर से लोगों का मुफ्त में इलाज किया जा रहा है. स्वास्थ्य सुविधा केंद्र के संबंध में तरुण नाहर ने कहा 14 से 21 फरवरी तक यहां मौजूद लोगों की जांच की जा रही है, जिसमें वीवाय अस्पताल के सभी तरह के डॉक्टर से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वीवाय अस्पताल के डॉ अनिल कर्णावत ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित रखने का सौभाग्य हॉस्पिटल को मिला है.
वहीं मर्यादा महोत्सव समिति के महामंत्री नरेंद्र दुग्गड़ ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती पर आचार्य महाश्रमण के शरण पड़े है. आचार्य ने लाखों लोगों से तीन मूल उद्देश्यों को लेकर संपर्क किया. जिन्होंने सद्भावना, नैतिकता व नशामुक्ति का संदेश दिया और लोगों को इन बातों का पालन करने की प्रेरणा दी.